संताली छात्र-छात्राओं ने रखी कई समस्याएं

मुसाबनी. दिशोम जाहरेगाड़ सुरदा क्रॉसिंग में प्रो कुंज दास मुमरू की अध्यक्षता में संताली के एमए, नेट पास तथा शोध करने वाले छात्र-छात्राओं का मिलन समारोह आयोजित हुआ. समारोह में संताली भाषा की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं ने अपनी समस्याओं को लेकर अपने विचार रखे. प्रो रवींद्र नाथ मुमरू ने कहा कि झारखंड गठन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2015 8:23 AM
मुसाबनी. दिशोम जाहरेगाड़ सुरदा क्रॉसिंग में प्रो कुंज दास मुमरू की अध्यक्षता में संताली के एमए, नेट पास तथा शोध करने वाले छात्र-छात्राओं का मिलन समारोह आयोजित हुआ. समारोह में संताली भाषा की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं ने अपनी समस्याओं को लेकर अपने विचार रखे.
प्रो रवींद्र नाथ मुमरू ने कहा कि झारखंड गठन के बाद भी संताली भाषा उपेक्षित है. संताली में एमए पास करने वाले, नेट उतीर्ण बेरोजगार हैं. आसेका के अध्यक्ष दाखिन हांसदा नेकहा कि एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनायें, ताकि संताली भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति हो.
विश्व भारती शांति निकेतन के शोध छात्र धनू मुमरू ने कहा संताली भाषा को 22 दिसंबर 03 में सरकार ने 8वीं अनुसूची में शामिल किया है, परंतु इस भाषा के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है. प्रो कुंज दास मुमरू ने संताली भाषा की दुर्दशा के लिए राज्य सरकार में इच्छा शक्ति की कमी बताया.
समारोह में नंदलाल माहली, प्रो माणिक मार्डी, प्रो माही मार्डी, प्रो बासंती मार्डी, निमाई मार्डी, विक्रम मुमरू, परमेश्वर हेंब्रम, सोना मुनी, सुकलाल मार्डी, शुरू सोरेन, सपन टुडू, अनिमा बास्के आदि उपस्थित थे.

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