ऊपर स्लैग-नीचे खेत, सब मटियामेट
गालूडीह : घाटशिला प्रखंड के उलदा गांव में हो रहे स्लैग डंपिंग का दुष्प्रभाव अब धीरे–धीरे सामने आने लगा है. बरसात में बहते पानी में स्लैग मिले होने से पानी जहरीला हो गया है. इससे 30 एकड़ से अधिक खेत में लगे धान की फसल बर्बाद हो चुकी है. मछलियां, मेढक तक मर गये हैं. […]
गालूडीह : घाटशिला प्रखंड के उलदा गांव में हो रहे स्लैग डंपिंग का दुष्प्रभाव अब धीरे–धीरे सामने आने लगा है. बरसात में बहते पानी में स्लैग मिले होने से पानी जहरीला हो गया है. इससे 30 एकड़ से अधिक खेत में लगे धान की फसल बर्बाद हो चुकी है. मछलियां, मेढक तक मर गये हैं.
कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने कल स्थल पर आकर मिट्टी–पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है. उलदा के पास स्लैग जहां डंप किया गया है, वहां ऊंचा डिंग (टिला) लग गया है, जबकि डंपिंग स्थल से आस पास खेत है, जहां किसान खेती करते हैं.
स्लैग डंप कराने वाले लोगों ने चहारदीवारी तो दिया है, परंतु कई जगह से स्लैग युक्त पानी निकल कर खेत में जा रहा है. इससे खेत बर्बाद हो रहे हैं. किसान कहते ऊपर स्लैग, नीचे खेत, हो रहा सब कुछ मटियामेट.