चुनूडीह फर्नीचर में छापा

मामला : आइसीसी विद्यालय से शीशम के छह पेड़ काटने का घाटशिला : मऊभंडार आइसीसी विद्यालय से काटे गये छह शीशम के पेड़ के मामले में अभी तक पुलिस और वन विभाग को कोई सफलता नहीं मिली है. पुलिस और वन विभाग इस मामले में अंधेरे में लाठी पीट रही है. रविवार को वनपाल राज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2015 2:58 AM
मामला : आइसीसी विद्यालय से शीशम के छह पेड़ काटने का
घाटशिला : मऊभंडार आइसीसी विद्यालय से काटे गये छह शीशम के पेड़ के मामले में अभी तक पुलिस और वन विभाग को कोई सफलता नहीं मिली है. पुलिस और वन विभाग इस मामले में अंधेरे में लाठी पीट रही है. रविवार को वनपाल राज किशोर झा ने दल बल के साथ चुनूडीह स्थित विशाल फर्नीचर में शाम में छापामारी की, मगर फर्नीचर दुकान से शीशम की लकड़ियां जब्त करने में वन विभाग को सफलता नहीं मिली.
वनपाल श्री झा ने फर्नीचर दुकानदार शरद बेरा से गहन पूछताछ की, मगर उसने शीशम के पेड़ के संबंध में वनपाल को कोई सुराग नहीं दिया. वन विभाग से यहां खाली हाथ लौट आयी. वन विभाग ने फर्नीचर दुकान से लकड़ी की भूसी नमूने के तौर पर लिया, ताकि उससे कुछ सुराग मिले.
डिपो का लाइसेंस लेना होगा : वनपाल
वनपाल ने फर्नीचर दुकान के चप्पे- चप्पे जाकर लकड़ियों की तलाश की. उन्होंने फर्नीचर दुकानदार से कहा कि अगर उनकी दुकान में 180 सीएफटी से ज्यादा लकड़ी होती है, तो उन्हें डिपो का लाइसेंस लेना होगा. उन्होंने दुकान में मंगायी गयीं लकड़ियों के कागजातों को जब्त किया. उन्होंने दुकानदार से कहा कि उससे सोमवार को भी पूछताछ होगी, क्योंकि उस पर कीमती लकड़ी लेने का आरोप है. वनपाल ने कहा कि शीशम के पेड़ काटने का मामला पुराना है. इसलिए कोई भी दुकानदार लकड़ियां एक जगह से दूसरी जगह भेज सकता है.
कभी गलत क्राम नहीं किया : शरद
विशाल फर्नीचर के मालिक शरद बेरा ने कहा कि वह सात साल से फर्नीचर की दुकान चला रहा हैं, मगर इस दौरान उसने कभी गलत ढंग से लकड़ियां नहीं खरीदी. एक दिन एक वर्दीधारी ने उससे चौकी बनाने को कहा था, मगर उसने चौकी बनाने से इनकार कर दिया था.

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