टीइपीएल के कैशियर से 1.32 लाख लूटे
गालूडीह : गालूडीह थाना क्षेत्र के बराज कॉलोनी में स्थित त्रिवेणी इंजीकोनर्स प्राइवेट लिमिटेड (टीइपीएल) नामक ठेका कंपनी के कैंप में बुधवार दोपहर करीब एक बजे पिस्तौल की नोक पर अपराधियों ने धाव बोलकर 1. 35 लाख रुपये लूट लिये. प्राप्त जानकारी के अनुसार बाइक पर सवार होकर तीन अपराधी कैंप में पहुंचे थे. सभी […]
गालूडीह : गालूडीह थाना क्षेत्र के बराज कॉलोनी में स्थित त्रिवेणी इंजीकोनर्स प्राइवेट लिमिटेड (टीइपीएल) नामक ठेका कंपनी के कैंप में बुधवार दोपहर करीब एक बजे पिस्तौल की नोक पर अपराधियों ने धाव बोलकर 1. 35 लाख रुपये लूट लिये.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बाइक पर सवार होकर तीन अपराधी कैंप में पहुंचे थे. सभी का चेहरा गमछा से ढका था. तीनों लुटेरों ने कैंप कार्यालय में साप्ताहिक मजदूरी और बालू आपूर्तिकर्ताओं को वेतन भुगतान कर रहे कंपनी के कैशियर बीएन मित्र को पिस्तौल सटा कर रुपये से भरे बैग लूट कर फरार हो गये.
कैशियर ने विरोध किया, तो बट से उसे मारा भी. सभी लुटेरे बाइक से बराज डैम होते हुए जादूगोड़ा की ओर भागे. सूचना पाकर गालूडीह पुलिस जादूगोड़ा सड़क में तलाशी अभियान चलाते हुए जादूगोड़ा तक गयी, परतु कोई सुराग नहीं मिला. सूचना पाकर घाटशिला के डीएसपी पूज्य प्रकाश भी दलबल के साथ पहुंचे और घटना की जानकारी ली.
1.65 लाख रुपये लुटने से बचा
टीइपीएल के कार्यालय में घटना के वक्त कैसियर बीएन मित्र और सुपरवाइजर संदीप कुमार सिंह थे. बाहर कई मजदूर काम कर रहे थे. कंपनी के साइड इंचार्ज छबिला सिंह भी बाहर बैठे थे, परंतु सभी को लूट की भनक तब मिली, जब लुटेरों के जाने के बाद कैसियर ने चिल्लाया. कैसियर ने बताया कि प्रति सप्ताह मंगल या बुधवार को वेतन भुगतान किया जाता है. पैसे दो भाग में थे.
एक काले रंग के बैग में और दूसरा प्लास्टिक बैग में काली रंग के बैग में 1,34,800 रुपये थे, जिसकी लूट हुई. बाकी रुपये करीब 1,65, 200 लुटने से बच गया. इन रुपयों में कुछ भुगतान हो चुका था. बताया गया कि प्रति सप्ताह पांच से छह लाख तक मजदूरों और आपूर्तिकर्ताओं के बीच भुगतान कंपनी करती है. दिन दहाड़े लूट से कंपनी के लोग सहम गये हैं. पुलिसिया सुरक्षा पर सवाल उठने लगा है.
त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन कंपनी के गालूडीह कैंप में लूट कांड की घटना घटी है. पुलिस घटना को गंभीरता से लेते हुए छापामारी शुरू कर दी है. जल्द ही लुटेरे पुलिस के गिरफ्त में होंगे.
शैलेंद्र कुमार सिन्हा, ग्रामीण एसपी