मुसाबनी. बागजांता माइंस के रेज समूह के आंदोलनकारी ठेका मजदूरों ने प्रभात हांसदा के नेतृत्व में विधायक प्रतिनिधि प्रधान सोरेन से मिलकर विधायक सह शिक्षा मंत्री के नाम मांगपत्र सौंपा. ठेका मजदूरों को रोजगार दिलाने की मांग की. आवेदन में ठेका मजदूरों ने कहा कि रेज समूह के 41 ठेका मजदूरों को विगत 31 मार्च 2024 से काम से बैठा दिया गया है. करीब आठ माह बाद भी खान प्रबंधक ने उन्हें रोजगार दिलाने में पहल नहीं कर रहा है. मजदूरों ने 25 नवंबर को प्रबंधन को लिखित आवेदन दिया था. 2 नवंबर को डीजीएम की अध्यक्षता में वार्ता हुई थी. 15 दिसंबर तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर 16 दिसंबर से रोजगार देने की बात कही थी. प्रबंधन ने वादा नहीं निभाया. मजदूरों ने मंत्री से 41 ठेका मजदूरों के रोजगार के लिए पहल करने का अनुरोध किया. प्रतिनिधिमंडल में श्याम माहली, आरएन हेंब्रम, मुचीराम भकत समेत कई ठेका मजदूर शामिल थे.
माइंस में तीसरे दिन भी कामकाज ठप, मजदूरों का आंदोलन जारी
बागजांता माइंस के रेज समूह के ठेका मजदूर रोजगार की मांग पर बुधवार को भी आंदोलन पर रहे. बागजाता माइंस की सड़क को जाम रखा. आंदोलन के कारण बागजाता माइंस में लगातार तीसरे दिन काम-काज ठप रहा. खदान परिसर में सन्नाटा पसरा रहा. माइंस में केवल पानी निकासी समेत अन्य आवश्यक सेवाओं का संचालन हो रहा है.
बुधवार को आंदोलनकारी मजदूरों से मिलने जिप सदस्य के प्रतिनिधि सह पूर्व जिप सदस्य बुद्धेश्वर मुर्मू पहुंचे. मजदूरों से मिलकर आंदोलन को समर्थन दिया. उन्होंने कहा मजदूर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. श्री मुर्मू ने सड़क जाम कर रहे मजदूरों को माइंस में आवश्यक सेवा बहाल रखने की बात कही. उन्होंने कड़ाके की ठंड में रोजगार की मांग को लेकर डटे मजदूरों के लिए जामस्थल पर अपने स्तर से अलाव की व्यवस्था करायी. मजदूरों ने कहा कि जबतक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है, उनका आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर सुभाष माहली, मुचीराम भकत, भादोराम हांसदा, रुईदास कैवर्त समेत कई ठेका मजदूर उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है