अभिभावक चंदा देकर पढ़ा रहे हैं बच्चों को
गालूडीह : गालूडीह के महुलिया हाई स्कूल नाम का सरकारी स्कूल है. यहां वर्तमान में 617 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, परंतु उवि के महज तीन ही शिक्षक हैं. तीन प्रतिनियुक्ति में हैं. नतीजतन बच्चों के अभिभावकों ने प्रति छात्र प्रति माह 20 रुपये चंदा देकर तीन निजी शिक्षकों को यहां पढ़ाने के लिए रखा है. […]
गालूडीह : गालूडीह के महुलिया हाई स्कूल नाम का सरकारी स्कूल है. यहां वर्तमान में 617 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, परंतु उवि के महज तीन ही शिक्षक हैं. तीन प्रतिनियुक्ति में हैं. नतीजतन बच्चों के अभिभावकों ने प्रति छात्र प्रति माह 20 रुपये चंदा देकर तीन निजी शिक्षकों को यहां पढ़ाने के लिए रखा है.
यह बात मंगलवार को प्रबंध समिति की बैठक में विधायक रामदास सोरेन को बतायी गयी, तब उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा वाह, यहां के अभिभावक तो धन्यवाद के पात्र हैं. सरकार शिक्षकों की बहाली नहीं कर पा रही, तो अभिभावकों ने अपने तरीके से रास्ता निकाल लिया. इस बात को जिला के बैठक में रखेंगे.
इस स्कूल में कक्षा नौ और 10 की पढ़ाई होती है. दोनों कक्षाओं में कुल 617 विद्यार्थी हैं, जबकि उवि के तीन शिक्षक ही हैं. प्रतितिनियुक्त में तीन और तीन शिक्षकों को निजी तौर पर छात्रों के चंदे की राशि से रखा गया है. उन्हें प्रति माह ढाई हजार रुपये मानदेय के रूप में दिया जाता है. विधायक ने कहा कि अब से निजी शिक्षकों को साढ़े तीन हजार रुपये प्रति माह दी जाये. चूकी 600 विद्यार्थी से 20 रुपये कर लिए जाते हैं, तो प्रति माह 12 हजार रुपये आते हैं. साढ़े 10 हजार बांट कर बाकी पैसे जमा रखें. किसी माह कम होने पर जमा राशि से दिया जायेगा.