नि:शक्त रेवती सबर की शिक्षा में गरीबी बनी है बाधा
चाकुलिया. चाकुलिया प्रखंड की कालियाम पंचायत के गोहालडांगरा गांव के सबर टोला की नि:शक्त रेवती सबर मैट्रिक पास है. इंटर की परीक्षा में फेल हो गयी. उसकी इच्छा पढ़ाई करने की है. पढ़ लिख कर वह कुछ बनना चाहती है, मगर गरीबी बाधक बनी है. उसकी मां गुलाबी सबर ने मेहनत मजदूरी कर उसे पढ़ा […]
चाकुलिया. चाकुलिया प्रखंड की कालियाम पंचायत के गोहालडांगरा गांव के सबर टोला की नि:शक्त रेवती सबर मैट्रिक पास है. इंटर की परीक्षा में फेल हो गयी. उसकी इच्छा पढ़ाई करने की है. पढ़ लिख कर वह कुछ बनना चाहती है, मगर गरीबी बाधक बनी है.
उसकी मां गुलाबी सबर ने मेहनत मजदूरी कर उसे पढ़ा लिखा कर शिक्षित बनाया है. रेवती सबर ने बताया कि आर्थिक तंगी से जूझते हुए वर्ष 2008 में कोकपाड़ा हाई स्कूल से उसने द्वितीय श्रेणी से मैट्रिक पास की.
घाटशिला कॉलेज से इंटर की परीक्षा में फेल हो गयी. आर्थिक तंगी के कारण वह दोबारा पढ़ाई नहीं कर पायी. उसने बताया कि वह आगे की पढ़ाई करना चाहती है, परंतु आर्थिक तंगी के कारण वह अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रही है.