चार सबर बच्चे उल्टी-दस्त से त्रस्त

गालूडीह : घाटशिला प्रखंड की बड़ाकुर्शी पंचायत स्थित घुटिया सबर बस्ती के चार सबर बच्चे बीमार हैं. सभी उलटी और दस्त के शिकार हैं. शरीर दुर्बल हो गया है. एक सबर बच्चे को शनिवार को गालूडीह के डॉ सपन मांझी हेल्थ केयर में लाया गया. शेष तीन सबर बच्चे गरीबी के कारण बिना इलाज के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2015 8:39 AM

गालूडीह : घाटशिला प्रखंड की बड़ाकुर्शी पंचायत स्थित घुटिया सबर बस्ती के चार सबर बच्चे बीमार हैं. सभी उलटी और दस्त के शिकार हैं. शरीर दुर्बल हो गया है. एक सबर बच्चे को शनिवार को गालूडीह के डॉ सपन मांझी हेल्थ केयर में लाया गया. शेष तीन सबर बच्चे गरीबी के कारण बिना इलाज के ही गांव में पड़े हैं.

बीमार बच्चों में एक ही परिवार के तीन हैं. एक अन्य परिवार का है. सबरों के प्रधान रवि सबर ने बताया कि एक आठ माह के बच्चे का हाथ-पांव खींचने लगा. उसे बाइक से गालूडीह निजी अस्पताल पहुंचाया. बाकी को अस्पताल पहुंचाने के लिए पैसे नहीं हैं. बीमार बच्चों के माता-पिता सुबह में जंगल लकड़ी लाने चले गये हैं. लौटेंगे, तो कोई इंतजाम करेंगे. बीमार बच्चे गांव में ही वृक्ष के नीचे खटिया पर सोये थे.

कौन-कौन सबर बच्च बीमार है : सव्रेश्वर सबर का बेटा सनत सबर (आठ माह), मिठु सबर की बेटी पूजा सबर (7 वर्ष), बेटा बुद्धेश्वर सबर (तीन वर्ष) और जुरू सबर का बेटा लखिया सबर (चार वर्ष) बीमार है. सनत सबर का गालूडीह निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. शेष तीन बच्चे गांव में हैं. डॉ सपन कुमार मांझी ने बताया कि उलटी-दस्त होने से बच्च कमजोर हो गया है. प्रदूषित पानी पीने से ऐसा हुआ है.

अन्य चार सबर भी बीमार

यहां के धीरेण सबर और पत्नी सुमित्र सबर, जलेश्वरी सबर और गुरुचरण सबर भी बीमार है. सबरों ने बताया कि शुक्रवार को एएनएम सावित्री महतो आयी थी. कुछ दवाइयां दी. अस्पताल जाने को कहा था. पैसे नहीं कैसे जायें.

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