रायरंगपुर हो टाटा जा रहे बहरागोड़ावासी

बहरागोड़ा : तालाब और दलदल बन चुका एनएच 33 से होकर जमशेदपुर जाना कठिन ही नहीं मुश्किल है. इस एनएच पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, वर्तमान सांसद, विधायक, मंत्री भी हथियार डाल कर ट्रेन शरणम गच्छामी की आवाज बुलंद कर चुके हैं. फिर आम जनता की क्या हस्ती, जो इस जानलेवा एनएच पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2013 5:12 AM

बहरागोड़ा : तालाब और दलदल बन चुका एनएच 33 से होकर जमशेदपुर जाना कठिन ही नहीं मुश्किल है. इस एनएच पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, वर्तमान सांसद, विधायक, मंत्री भी हथियार डाल कर ट्रेन शरणम गच्छामी की आवाज बुलंद कर चुके हैं.

फिर आम जनता की क्या हस्ती, जो इस जानलेवा एनएच पर यात्र करने की हिम्मत दिखा सके.बहरागोड़ा में ट्रेन सेवा भी उपलब्ध नहीं है और ट्रेन पकड़ने के लिए यहां के लोगों का चाकुलिया जाना भी माटिहानाचाकुलिया सड़क की बदहाली के कारण मुश्किल है.

एनएच से होकर जमशेदपुर जाने के लिए वाहन में तंबू और भोजन पानी के तमाम सामान लेकर जाना पड़ेगा, क्योंकि आपका वाहन घंटों तक जाम में फंसा रह सकता है. लिहाजा ओड़िशा के रास्ते 50 किमी की अधिक दूरी तय कर जमशेदपुर जाना बहरागोड़ा के लोगों की नियति सी बन गयी है. समय और धन की भी बर्बादी हो रही है.

ओड़िशा से टाटा 150 किमी

बहरागोड़ा के लोग अब ओड़िशा होकर जमशेदपुर आनाजाना करते हैं. यहां से जामशोला, बंबईचौकी होते हुए रायरंगपुर, बहलदा, हाता होते हुए जमशेदपुर जाते हैं. यह दूरी करीब 150 किमी पड़ती है. समय भी अधिक लगता है और धन की बर्बाद होता है.

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