कब्जे से मुक्त हुई सबरों की जमीन
हलुदबनी गांव में दबंगों ने जमीन पर कर रखा था कब्जा गालूडीह : रविवार को छुट्टी के दिन घाटशिला अंचल के अधिकारी और कर्मचारी सबर बहुल गांव हलुदबनी पहुंचे और दबंगों द्वारा कब्जा किये गये जमीन को मुक्त करा कर सबरों को दखल दिलाया. घाटशिला अंचल की इस कार्रवाई से सबरों में हर्ष है. रविवार […]
हलुदबनी गांव में दबंगों ने जमीन पर कर रखा था कब्जा
गालूडीह : रविवार को छुट्टी के दिन घाटशिला अंचल के अधिकारी और कर्मचारी सबर बहुल गांव हलुदबनी पहुंचे और दबंगों द्वारा कब्जा किये गये जमीन को मुक्त करा कर सबरों को दखल दिलाया. घाटशिला अंचल की इस कार्रवाई से सबरों में हर्ष है.
रविवार को अंचल कार्यालय की टीम हलुदबनी गांव पहुंची. टीम में राजस्व कर्मकारी हाराधन मदिना, लक्ष्मी सिंह, अंचल अमीन विजय बोदरा, जंजीर बाहक ओजो मुंडा शामिल थे. टीम ने सबरों की बंदोबस्त में मिली भूमि की मापी की, फिर निशान लगा कर उन्हें जमीन पर दखल दिलाया.
साथ ही सबरों से कहा कि यह उनकी जमीन है, इस पर खेती करें. टीम ने सभी सबरों की बंदोबस्ती में मिली जमीन की मापी कर सीमांकन कर दिया है. इस दौरान कोई कब्जाधारी सामने नहीं आया.
हालांकि स्थिति पर नजर रखे हुए था. अंचल कार्यालय के कर्मियों ने बताया कि सुखलाल सबर की 70 डिसमिल जमीन और चाड़रा सबर की 70 डिसमिल जमीन पर हलुदबनी के ही काला मुमरू और उसके पिता विकू मुमरू ने कब्जा कर रखा था. सीओ ने दोनों को नोटिस भेजा है.
जिस समय् सबरों की जमीन की मापी हो रही थी, उस समय कुछ कब्जाधारी आस-पास मंडरा रहे थे और सबरों को धमकी भी दे रहे थे. परंतु टीम के पास कोई सामने नहीं आया.
गौरतलब है कि प्रभात खबर में सबरों की भूमि पर कब्जा से संबंधित खबर को प्रमुखता से छापा गया था. छपने के बाद घाटशिला अंचल कार्यालय हरकत में आया. सीओ सत्यवीर रजक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद हलुदबनी गांव गये और मामले की जांच की. जांच में कब्जा की बात सही पायी गयी. इसके बाद रविवार को सबरों की जमीन को कब्जा से मुक्त कराया गया.