गालूडीह : बंगाल सरकार द्वारा आलू पर रोक लगाने से झारखंड के सीमावर्ती गांवों के ग्रामीण उद्वेलित हैं. बंगाल में पुलिस झारखंड के व्यापारियों, किसानों को आलू ले जाने से रोक रही है, तो झारखंड में आम ग्रामीण बंगाल के व्यापारियों को सब्जी लाने और यहां से धान ले जाने से रोक रहे हैं. इससे दोनों राज्यों के सीमावर्ती गांवों में तनाव है.
शनिवार को एमजीएम थाना क्षेत्र के सिरका में ग्रामीणों ने बंगाल से दो पीकप वेन में लाद कर 30 बोरी सब्जी जमशेदपुर ले जाने के दौरान जब्त कर लिया. दोनों पीकप वेन में टमाटर, बंधा-फूल गोभी और लौकी 30 बोरे में लदे थे. ग्रामीणों ने वाहनों से सब्जियों के बोरे उतार कर जब्त कर लिया और वाहनों को वापस बंगाल लौटा दिया.
शाम तक सब्जियां सिरका के ग्रामीणों के कब्जे में ही था. ग्रामीणों का कहना था कि पिछले सप्ताह भर से झारखंड सीमावर्ती गांवों के किसानों के आलू बीज बंगाल पुलिस जब्त कर ले रही है. हमारा आलू बीज लौटाया जाये, तब सब्जियां ले जाने देंगे. शाम तक फैसला नहीं हुआ था.
विरोध-प्रदर्शन में सिरका गांव में लाल मोहन बास्के, मंगल हांसदा, दुबराज हांसदा, सोमाय हांसदा, ग्राम प्रधान सुनील हांसदा समेत अनेक ग्रामीण उपस्थित थे. ग्रामीणों ने कहा कि बंगाल के कुचिया में बैरियर लगा कर वहां की पुलिस आलू जब्त कर ले रही है. किसान साइकिल से आलू बीज ला रहे है. उससे भी नहीं छोड़ा जा रहा है. फिर हम लोग बंगाल की सब्जी यहां क्यों बिकने देंगे. झारखंड धान बंगाल क्यों ले जाने देंगे. आलू पर रोक से झारखंड के किसान नाराज हैं.