अलाव के पास करवटें बदल गुजारते हैं रात

घाटशिला : घाटशिला प्रखंड की काड़ाडुबा पंचायत के केंदोपोशी गांव के 25 सबर परिवार गरीबी के कारण जिल्लत की जिंदगी जी रहे हैं. सरकार की ओर से इस जाड़े में उन्हें कंबल भी नहीं मिला है. किसी समाजसेवी द्वारा भी इन्हें कंबल नहीं दिया गया है. यहां के सबरों की स्थिति यह है कि उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 7:49 AM

घाटशिला : घाटशिला प्रखंड की काड़ाडुबा पंचायत के केंदोपोशी गांव के 25 सबर परिवार गरीबी के कारण जिल्लत की जिंदगी जी रहे हैं. सरकार की ओर से इस जाड़े में उन्हें कंबल भी नहीं मिला है. किसी समाजसेवी द्वारा भी इन्हें कंबल नहीं दिया गया है.

यहां के सबरों की स्थिति यह है कि उनके पास गर्म कपड़ों की बात तो दूर. तन ढंकने के लिए भी पर्याप्त वस्त्र नहीं है. ऐसे में यहां के सबर परिवार अलाव के पास करवटें बदल-बदल कर जाड़े की रात गुजारते हैं. मंगलवार की सुबह छह बजे अधिकांश सबर अलाव के पास बैठे थे.

रताई सबर, गोंदो सबर, विकास सबर, कांद्रा सबर, सुकरा सबर, लेदो सबर ने बताया कि उनके पास गर्म कपड़े नहीं है. उनके पास कंबल भी नहीं है. ऐसी हालत में उन्हें अलाव के पास जाड़े की रात गुजारनी पड़ रही है. वृद्ध और वृद्धांएं धोती और साड़ी ओढ़ते हैं. उनके पास पर्याप्त बिछौना और ओढ़ना नहीं है. सबरों ने बताया कि इस साल सरकार की ओर से कंबल नहीं दिया गया. इसलिए इस जाड़ा में अलाव ही उनका सहारा है.

Next Article

Exit mobile version