खाद्य सुरक्षा सूची में नाम नहीं रहने पर सबरों ने थाली-कटोरा लेकर किया प्रदर्शन
मुसाबनी : अक्तूबर 2015 से खाद्यान्न से वंचित विभिन्न गांवों के आदिम जनजाति के सबर और बिरहोर परिवारों ने मंगलवार को हाथ में कटोरा और थाली लेकर मुसाबनी प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. आजजा कल्याण समिति की अध्यक्ष रानी सबरीन और सचिव उमा पदो सबर के नेतृत्व में किये गये प्रदर्शन में अनाज देने […]
मुसाबनी : अक्तूबर 2015 से खाद्यान्न से वंचित विभिन्न गांवों के आदिम जनजाति के सबर और बिरहोर परिवारों ने मंगलवार को हाथ में कटोरा और थाली लेकर मुसाबनी प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. आजजा कल्याण समिति की अध्यक्ष रानी सबरीन और सचिव उमा पदो सबर के नेतृत्व में किये गये प्रदर्शन में अनाज देने की मांग की गयी.
प्रमुख ने की पहल
करीब आधे घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद प्रमुख पानमुनी मुर्मू ने रानी सबरीन, उमापदो सबर एवं सीओ विशाल दीप खालको के साथ बैठक की. सीओ श्री खालको ने एमओ संतोष कुमार से खाद्य सुरक्षा सूची से वंचित आजजा परिवारों के संबंध में दूरभाष पर बात की. एमओ ने अगले शुक्रवार तक सबर एवं बिरहोर परिवारों को अनाज देने तथा पांच मार्च तक छूटे हुए सभी आजजा परिवारों का नाम खाद्य सुरक्षा अधिनियम की सूची में नाम शामिल कराने का आश्वासन दिया.
इसके बाद सबर- बिरहोरों का प्रदर्शन समाप्त हुआ. प्रदर्शन में पारुलिया पंचायत के गायघाटा, सितुमपाल, विक्रमपुर के बालीडुंगरी, मेढ़िया,सोहदा के सबर-बिरहोर शामिल थे.