कम मजदूरी मिलने पर मजदूरों ने किया विरोध-प्रदर्शन

गालूडीह : सुवर्णरेखा परियोजना के तहत घाटशिला प्रखंड के हेंदलजुड़ी पंचायत के विभिन्न गांवों में अशोक अग्रवाल द्वारा शाखा और लघु शाखा नहर निर्माण कार्य में न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर मजदूरों ने बुधवार को सीपीआइ नेता दुलाल हांसदा के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन किया. मजदूरों का कहना है कि 160 रुपये की दर से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2013 6:34 AM

गालूडीह : सुवर्णरेखा परियोजना के तहत घाटशिला प्रखंड के हेंदलजुड़ी पंचायत के विभिन्न गांवों में अशोक अग्रवाल द्वारा शाखा और लघु शाखा नहर निर्माण कार्य में न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर मजदूरों ने बुधवार को सीपीआइ नेता दुलाल हांसदा के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन किया.

मजदूरों का कहना है कि 160 रुपये की दर से मजदूरी मिले, जबकि इन्हें 140 रुपये मिल रहे हैं. शुरुआत में तो 130 रुपये ही मिल रहे थे.

इन गांवों में हो रहा काम

अशोक अग्रवाल द्वारा पंचायत के दस गांवों कालाझोर, राजाबासा, लोवागोड़ा, वृंदावनपुर, ज्वालभांगा, हेंदलजुड़ी, बैतालपुर, जोजोगोड़ा आदि जगहों पर काम हो रहा है. इसमें करीब पांच सौ मजदूर काम कर रहे हैं.

मिल रही थी 130 रुपये की मजदूरी

मजदूरों को पहले 130 रुपये की दर से मजदूरी दी जा रही थी. विरोध हुआ, तो 140 रुपये दी जाने लगी. इसको लेकर सप्ताह भर से विवाद चल रहा है. बुधवार को भाकपा नेता दुलाल हांसदा के नेतृत्व में मजदूरों ने लोवागोड़ा कार्य स्थल पर कम मजदूरी देने के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया.

मजदूरों ने कहा कि 140 नहीं 160 रुपये मजदूरी दी जाय. अन्यथा काम ठप कर देंगे. इस मौके पर मिर्जा हांसदा, सिदो राम, भादु कर्मकार, सुशांत कर्मकार, ठाकुर दास सोरेन, सुनाराम सोरन, रावण मुमरू, जोबा बास्के, लक्ष्मी सोरेन आदि उपस्थित थे.

काम बंद कराया, तो 140 रुपये मिले

मजदूरों ने बताया कि पिछले दिनों मुखिया दुर्गा चरण मुमरू के नेतृत्व में नहर निर्माण काम बंद कराया, तो संवेदन ने 130 से बढ़ाकर 140 रुपये मजदूरी देने की बात कही. मुखिया ने इसकी जानकारी दिये बगैर काम शुरू करवा दिया. मजदूरों ने कहा कि 160 रुपये ही मजदूरी चाहिए, अन्यथा काम होने नहीं देंगे.

माओवादियों ने की थी पोस्टरबाजी

न्यूनतम मजदूरी की मांग पर दो दिन पूर्व ही नक्सलियों ने कालाझोर, राजाबासा आदि गांवों में पोस्टर बाजी की थी. नतीजतन एक दिन काम बंद रहा. आज से फिर काम शुरू हो गया. नक्सलियों ने भी 160 रुपये मजदूरी देने की मांग की है.

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