बीडीएसएल महिला कॉलेज. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मना

भारत में रिसर्च स्कॉलर का भविष्य नहीं : बारिक सरकार से मदद नहीं मिलने के कारण छात्रों को निजी संस्थाओं की सहायता से पढ़ाई करनी पड़ती है. घाटशिला : घाटशिला के बलदेवदास संतलाल महिला महाविद्यालय में बुधवार को ब्रेक थ्रू साइंस झारखंड चैप्टर के चीफ कन्हाई बारिक की अध्यक्षता में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2016 3:37 AM

भारत में रिसर्च स्कॉलर का भविष्य नहीं : बारिक

सरकार से मदद नहीं मिलने के कारण छात्रों को निजी संस्थाओं की सहायता से पढ़ाई करनी पड़ती है.
घाटशिला : घाटशिला के बलदेवदास संतलाल महिला महाविद्यालय में बुधवार को ब्रेक थ्रू साइंस झारखंड चैप्टर के चीफ कन्हाई बारिक की अध्यक्षता में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया. मौके पर श्री बारीक ने कहा कि भारत में विज्ञान के इतिहास को नजरअंदाज किया जाता रहा है.
आजादी के बाद भारत के एक ही वैज्ञानिक डॉ सीबी रमण को नोबेल पुरस्कार मिला. भारत से अधिक पाकिस्तान, चीन के वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार मिला है. अमेरिका में 237, जर्मनी में 67 वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार मिल चुका है. भारत में रिसर्च स्कॉलर का भविष्य अंधकारमय है. उन्हें सरकार से मदद नहीं मिलती है. निजी संस्थाओं की सहायता से उन्हें पढ़ाई करनी पड़ती है.
समारोह को डिग्री कॉलेज की प्राचार्या डॉ पुष्कर बाला, शुभ्रा डे, माधो मुर्मू, मोनिका साव, रूपा सीट, डीपी कुंडू और शेखर मल्लिक ने संबोधित किया. मौके पर पार्वती सरदार, नियति टुडू, सुगी मुनी बेसरा, सावित्री टुडू, जोबा बेसरा, फूलमनी टुडू, सुवर्णा पाल, छवि रानी सीट समेत छात्राएं उपस्थित थीं. संचालन पूर्णिमा टुडू
ने किया.

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