गालूडीह. कुड़मी समाज की बैठक
लड़कर अधिकार ले कुड़मी समाज गालूडीह : इतिहास प्रमाण है, कुड़मी आदिवासी थे, हैं और रहेंगे. सरकारी लापरवाही से आज कुड़मी समाज उपेक्षा का दंश झेल रहा है. समाज अब लड़ कर अपना अधिकार लेगा. उक्त बातें पूर्वांचल आदिवासी कुड़मी अंचल कमेटी के बैनर तले रविवार को हुई बैठक में समाज के हरिशंकर महतो, किशोरी […]
लड़कर अधिकार ले कुड़मी समाज
गालूडीह : इतिहास प्रमाण है, कुड़मी आदिवासी थे, हैं और रहेंगे. सरकारी लापरवाही से आज कुड़मी समाज उपेक्षा का दंश झेल रहा है. समाज अब लड़ कर अपना अधिकार लेगा. उक्त बातें पूर्वांचल आदिवासी कुड़मी अंचल कमेटी के बैनर तले रविवार को हुई बैठक में समाज के हरिशंकर महतो, किशोरी मोहन महतो, विकास महतो, मनोरंजन महतो आदि ने कहीं. गालूडीह थाना क्षेत्र की जोड़सा पंचायत स्थित खड़ियाडीह स्कूल परिसर में बैठक की गयी. इसमें समाज के भारी संख्या में पुरुष और महिलाएं पहुंची थीं. बैठक में कुड़मी को एसटी का दर्जा दिलाने की मांग पर आंदोलन का एलान किया गया.
भाषा, संस्कृति और परंपरा पर हुई चर्चा: बैठक में कुड़मी की जाति सत्ता, संस्कृति, भाषा और परंपरा पर विस्तृत चर्चा और बहस हुई. चाकुलिया से आये विकास महतो, हरिशंकर महतो, घाटशिला के किशोरी मोहन महतो, गालूडीह के मनोरंजन महतो, बाबलू महतो आदि समाज के लोगों ने अपने विचार रखे.
कुड़मी समाज के इतिहास व वर्त्तमान स्थिति की जानकारी दी. पिछले दिनों दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना के बाद सरकार ने क्या जबाव दिया, इसकी जानकारी समाज के लोगों को दी गयी.