अधिवेशन. अखिल भारतीय मजदूर संघ के प्रभारी डीके पांडेय बोले
सरकार की इच्छा शक्ति से ही बढ़ेंगे रोजगार के अवसर नरवा : राष्ट्रहित, उद्योगहित और श्रमिकहित ही मजदूर संघ का मूल उद्देश्य है. उद्योग रहेगा तभी रोजगार संभव, इसलिए किसी भी उद्योग में प्रबंधन के साथ तालमेल और साझेदारी जरूरी है. उक्त बातें भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध यूरेनियम मजदूर संघ यूसिल के अभ्यास वर्ग […]
सरकार की इच्छा शक्ति से ही बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
नरवा : राष्ट्रहित, उद्योगहित और श्रमिकहित ही मजदूर संघ का मूल उद्देश्य है. उद्योग रहेगा तभी रोजगार संभव, इसलिए किसी भी उद्योग में प्रबंधन के साथ तालमेल और साझेदारी जरूरी है. उक्त बातें भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध यूरेनियम मजदूर संघ यूसिल के अभ्यास वर्ग एवं 17वें अधिवेशन को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय मंत्री एवं खनिज धातु मजदूर संघ के प्रभारी डीके पांडेय ने कही.
नरवा पहाड़ कॉलोनी स्थित यूसिल के सामुदायिक भवन में आयोजित उक्त समारोह को बतौर अतिथि संबोधित करते हुए पांडेय ने कहा कि देश में सही मायने में आज भी रोजगार विहीन विकास हो रहा है. उन्होंने कहा कि पांच साल में सरकार आती हैं और जाती है, लेकिन श्रमिक संघ निरंतर मजदूरों की सेवा में संघर्षरत रहता है. उद्योग और श्रमिकों के संपूर्ण विकास के लिए मजदूर संघ को एकजुटता के साथ खड़ा रहने की जरूरत है.
युवाअों के सामने रोजगार बड़ी चुनौती : समारोह में श्री पांडेय ने कहा कि आज के परिवेश में शिक्षित युवाओं के सामने रोजगार को लेकर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. युवाओं के सामने रोजगार एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि रोजगार संभव है, जरूरत है सरकार की इच्छा शक्ति की. औद्योगीकरण से आज दुनिया के सामने प्रदूषण से पर्यावरण प्रभावित होने की बात कही जा रही है, लेकिन भारत के लिए यह समस्या नहीं थी.
इसका प्रमुख कारण यह है कि देश में पहाड़, जंगल व नदियों की पूजा के माध्यम से पर्यावरण बचाने की परंपरा चली आ रही है. मौके पर प्रमुख रूप से भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष जयनारायण शर्मा, झारखंड प्रदेश संगठन मंत्री चंद्रमा पांडेय, कोल्हान प्रभारी राजकुमार भगत तथा यूरेनियम मजदूरसंघ के महामंत्री चंद्र शेखर पंडित सहित संघ के सदस्य उपस्थित थे. श्री पंडित ने कार्यक्रम में संचालन करते हुए यूरेनियम मजदूर संघ का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.