कंधे पर ढोकर पानी लाते हैं लखाइडीह आश्रम के बच्चे

डुमरिया : मरिया प्रखंड की खैरबनी पंचायत के पहाड़ों पर बसा बीहड़ गांव लखाइडीह में एक भी चापाकल नहीं है. गांव के दो कुएं और एक तालाब सूखने के कगार पर है. इनका पानी गंदा हो गया है. इस कारण आश्रम विद्यालयों के बच्चों को दूर स्थित एक कुआं से पानी ढोकर लाना पड़ रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2016 5:31 AM

डुमरिया : मरिया प्रखंड की खैरबनी पंचायत के पहाड़ों पर बसा बीहड़ गांव लखाइडीह में एक भी चापाकल नहीं है. गांव के दो कुएं और एक तालाब सूखने के कगार पर है. इनका पानी गंदा हो गया है. इस कारण आश्रम विद्यालयों के बच्चों को दूर स्थित एक कुआं से पानी ढोकर लाना पड़ रहा है. ग्रामीणों को नहाने के लिए पानी नहीं मिल रहा है. पानी के लिए हाहाकार मचा है.

गांव की आबादी लगभग 500 है. ग्राम प्रधान कान्हु टुडू ने बताया कि गांव में पेयजल की समस्या है. यहां के आश्रम विद्यालय में 200 बच्चे पढ़ते हैं. आश्रम में भी पानी की घोर समस्या है. 21-22 अप्रैल को आश्रम में पूजा होगी. दूर दराज के लोग पूजा करने आते हैं. पेयजल विभाग के जेइ एस के मंडल ने कहा कि गांव तक सड़क बन गयी है. अधिक चढ़ाई होने के कारण बोरिंग वाहन वाले वहां जाने की हिम्मत नहीं करते हैं. इस बार उक्त गांव में चापाकल गाड़ने के लिए बोरिंग गाड़ी की व्यवस्था की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version