बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड की खेड़ुआ पंचायत के खेड़ुआ गांव में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के तहत स्वीकृत ग्रामीण जलापूर्ति योजना एक वर्ष से अधूरी पड़ी है. इससे पानी के लिए हाहाकार मची है. विभागीय लापरवाही के कारण लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. पंचायत के मुखिया सुनील सिंह ने बताया कि पंचायत में 56 चापाकल हैं. इसमें 40 चापाकल खराब पड़े हुए हैं. गांव के अधिकतर तालाब सूख गये हैं.
ग्रामीण नहाने के लिए खेत में लगे समर सेबुल का सहारा लेते हैं. मुखिया ने बताया कि संबंधित विभाग के कनीय अभियंता को पंचायत में खराब पड़े चापानलों की मरम्मत के लिए सूची बना कर दी गयी थी. विभाग द्वारा केवल दो चापाकल की ही मरम्मत की गयी.