प्राचीन रंकिनी मंदिर में हुई कुंवारी कन्या पूजा
गालूडीह : प्राचीन रंकिणी मंदिर परिसर में बासंती (चैती दुर्गा पूजा) पूजा के महानवमी पर दोपहर 12 बजे कुंवारी पूजा हुई. कुंवारी पूजा में महिला और पुरुष भक्तों की भीड़ उमड़ी. दो कुंवारी कन्या अंकिता पांडा और अनुशा दास की देवी के रूप में पूजा हुई. पुरोहित काबुल ठाकुर और आनंद बनर्जी ने पूजा की. […]
गालूडीह : प्राचीन रंकिणी मंदिर परिसर में बासंती (चैती दुर्गा पूजा) पूजा के महानवमी पर दोपहर 12 बजे कुंवारी पूजा हुई. कुंवारी पूजा में महिला और पुरुष भक्तों की भीड़ उमड़ी. दो कुंवारी कन्या अंकिता पांडा और अनुशा दास की देवी के रूप में पूजा हुई. पुरोहित काबुल ठाकुर और आनंद बनर्जी ने पूजा की. मौके पर मंदिर के सह पुजारी माधव चक्रवर्ती, उज्जवल चटर्जी भी उपस्थित थे. सभी धार्मिक अनुष्ठान मंदिर के मुख्य पुजारी सह संन्यासी विनय दास बाबाजी की देखरेख में हुई.
दस हजार भक्तों में भोग वितरित : महानवमी के दिन रंकिणी मंदिर परिसर में दोपहर से शाम तक करीब दस हजार भक्तों के बीच खिचड़ी का महाभोग वितरित किया गया. खिचड़ी भोग के लिए दूर-दराज से पुरुष और महिला भक्तों की भीड़ उमड़ी.
महानवमी पूजा के दिन पूर्व विधायक रामदास सोेरन और झामुमो के जिला सचिव लालटू महतो दोपहर में मंदिर पहुंचे और माथा टेका.