East Singhbhum : गुड़ाबांदा : आधी रात गांव मे घुसे 8-10 हाथी, घर तोड़ अनाज खाया, मलबा में दबने से दो बकरियां मरीं

जंगल से सटे गांवों के लोग हाथियों के भय से दहशत में, हाथियों के घर तोड़ने से एक कोने में दुबक कर परिवार ने बचायी जान, हाथियों के उत्पात से कई किसान प्रभावित, जल्द क्षतिपूर्ति देने की मांग

By Prabhat Khabar News Desk | January 4, 2025 12:24 AM

गुड़ाबांदा. गुड़ाबांदा में जंगली हाथियों के उत्पात से ग्रामीण दहशत में हैं. गुरुवार की रात 8-10 जंगली हाथियों ने बालीजुड़ी पंचायत के लड़काबासा गांव स्थित बुरुडीह टोला में काफी नुकसान पहुंचाया. गांव के मंटू मुंडा के घर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया. घर के मलबा में दबने से दो बकरियों की मौत हो गयी. हाथियों ने घर में रखे धान खा गये. वहीं, 100 पीस टाइल्स को तोड़ दिया. हाथियों के डर से मंटू मुंडा और उनका परिवार ने घर के एक कोने में दुबककर पूरी रात बितायी.

बालीजुड़ी में आलू व फूलगोभी की खेती को किया बर्बाद

बालीजुड़ी गांव के सुनील प्रधान की एक बीघा जमीन पर लगे आलू को हाथियों ने रौंद कर बर्बाद कर दिया. गांव के एक अन्य किसान के खेत में लगी फूलगोभी, टमाटर आदि फसल को रौंद कर व खाकर बर्बाद कर दिया.

पीड़ित को तिरपाल व अन्य मदद की

सूचना पाकर जिप सदस्य शिवनाथ मांडी ने मंटू मुंडा को सहयोग किया. शुक्रवार को पीड़ित के घर जाकर क्षति का जायजा लिया. उन्हें तिरपाल दिया. वनकर्मी अभिलाष महतो को जल्द क्षतिपूर्ति देने के लिए आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया. उन्होंने नुकसान का आकलन किया और मुआवजा फॉर्म उपलब्ध कराया.

हाथियों को जंगल में खदेड़ने की मांग

किसान चंडी चरण पोईरा, ललित पांडा, शक्ति पद आदि ने जंगली हाथियों के झुंड को वापस जंगल की ओर खदेड़ने की मांग की है. लोगों ने विभाग से तत्काल क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान करने की मांग की है.

पाना झरना पहाड़ पर जमे दो हाथी व एक बच्चा, वन विभाग अलर्ट

घाटशिला रेंज के बासाडेरा और डाइनमारी गांव के पास पाना झरना पहाड़ पर दो हाथी और एक बच्चा ने डेरा जमाया है. हाथियों के कारण गुरुवार की रात बुरुडीह और बासाडेरा में ग्रामीणों का आवागमन ठप रहा. प्रभारी वनपाल अमित सेन महतो ने बताया कि हाथियों के साथ बच्चा भी है. इस कारण वन विभाग नजर रखे हुए है. ग्रामीणों को सुझाव दिया गया है कि हाथी से छेड़छाड़ या उसके निकट न जायें. हाथियों के रूट के मुताबिक हाथियों का दल दलमा रेंज पहुंच सकता है. उन्होंने संभावना जतायी कि 3-4 जनवरी की रात में डाइनमारी और बासाडेरा के रास्ते मिर्गीटांड़ होते हुए हाथियों का दल दलमा रेंज में प्रवेश कर सकते हैं. ऐसे वन विभाग और वन सुरक्षा समिति सदस्य हाथियों पर नजर रखे हुए हैं.

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