जवानों के परिवार ने छोड़ा गांव, घाटशिला में शरण
घाटशिला : गुड़ाबांदा थाना क्षेत्र की फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के मुढ़ाकांटी गांव के धिरूघुटू टोला में तीन जवानों के घर पर 10 जून की रात तोड़फोड़ और आगजनी के बाद उनके परिवार गांव छोड़ दिया है. घटना से खौफजदा सीआरपीएफ जवान रविन हेंब्रम और जैप के जवान शंकर हेंब्रम के पिता प्रधान हेंब्रम और जेल […]
घाटशिला : गुड़ाबांदा थाना क्षेत्र की फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के मुढ़ाकांटी गांव के धिरूघुटू टोला में तीन जवानों के घर पर 10 जून की रात तोड़फोड़ और आगजनी के बाद उनके परिवार गांव छोड़ दिया है. घटना से खौफजदा सीआरपीएफ जवान रविन हेंब्रम और जैप के जवान शंकर हेंब्रम के पिता प्रधान हेंब्रम और जेल में बंद झारखंड पुलिस के जवान सनातन हेंब्रम के पिता चामरू हेंब्रम के परिवार ने गांव छोड़ दिया. दोनों के परिवार घाटशिला के काशिदा में अपने संबंधी के घर में पनाह लिए हुए हैं.
प्रधान हेंब्रम, पत्नी पोमा हेंब्रम, पुत्रवधू करमी हेंब्रम ने बताया कि उनके घर पर हुआ हमला पांडरशोली के श्याम चरण मुर्मू के साथ हुए विवाद का परिणाम है. पोमा हेंब्रम के बयान पर श्याम चरण मुर्मू और उसकी पत्नी नीलमणी हेंब्रम समेत 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. इनका कहना है कि हमला के दौरान जो लोग घर में घुसे और तोड़फोड़ की, उनकी पहचान हुई. कुछ लोग घर के बाहर खड़े थे, उनकी पहचान नहीं हो पायी. प्रभावित परिवार के सदस्यों को कहना है कि इस हमले में लाखों का नुकसान हुआ है. इसके पूर्व वर्ष 2009 में भी उक्त लोगों ने उनके घर में आग लगा दी थी.
प्रधान हेंब्रम ने बताया कि उनके भाई चामरू हेंब्रम के पुत्र सनातन हेंब्रम के साथ पांडरशोल के श्याम चरण मुर्मू की पुत्री मायनो वती मुर्मू के साथ शादी हुई थी. दोनों में विवाद चल रहा था. कुछ माह पूर्व मायके में मायनो वती हेंब्रम की हत्या हो गयी. श्याम चरण मुर्मू ने सनातन हेंब्रम को केस में फंसा दिया. इसी विवाद के कारण उनके घरों पर हमला करवा कर तोड़फोड़ किया गया और सामानों को जला दिया. महिलाओं के साथ अश्लील हरकत की गयी. इधर, इस मामले में श्याम चरण मुर्मू का पक्ष लेने का प्रयास किया गया. संपर्क नहीं होने के कारण उनका पक्ष प्राप्त नहीं हो सका है.