नक्सली हिंसा के कारण विस्थापितों को मिलेंगे इंदिरा आवास
नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने विस्थापितों के लिए मांगा था इंदिरा आवास घाटशिला : पूर्वी सिंहभूम जिला में नक्सल हिंसा के कारण विस्थापितों को इंदिरा आवास मिलेंगे. इसके लिए राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम जिला ग्रामीण विकास अभिकरण पूर्वी सिंहभूम के निदेशक ने नक्सल प्रभावित प्रखंडों के बीडीओ को पत्र लिखा है. संबंधित प्रखंडों के बीडीओ […]
नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने विस्थापितों के लिए मांगा था इंदिरा आवास
घाटशिला : पूर्वी सिंहभूम जिला में नक्सल हिंसा के कारण विस्थापितों को इंदिरा आवास मिलेंगे. इसके लिए राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम जिला ग्रामीण विकास अभिकरण पूर्वी सिंहभूम के निदेशक ने नक्सल प्रभावित प्रखंडों के बीडीओ को पत्र लिखा है. संबंधित प्रखंडों के बीडीओ को पत्रांक 1309 जि. ग्रा दिनांक 04 जुलाई 2016 में कहा गया है कि नक्सल प्रभावित प्रखंडों में नक्सली हिंसा के कारण विस्थापितों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आवास निर्माण का लाभ दिया जाये.
विदित हो कि इंदिरा आवास योजना के स्थान पर वित्तीय वर्ष 2016-17 से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का क्रियान्वयन किया जा रहा है. इसके तहत नियमानुसार आवास निर्माण का लाभ देने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाये.
इन प्रखंडों में मिलेंगे आवास
यह आदेश जिला के नक्सल प्रभावित डुमरिया, गुड़ाबांदा, चाकुलिया, घाटशिला और बोड़ाम प्रखंड के बीडीओ को दिया गया है. इन प्रखंडों में विस्थापितों को आवास मिलेंगे. बीडीओ ने पंचायत सचिवों और मुखिया को पत्र के माध्यम से ऐसे विस्थापितों की सूची उपलब्ध कराने की बात कही है.
घाटशिला. जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के निदेशक ने नक्सल प्रभावित प्रखंडों के बीडीओ लिखा पत्र
डुमरिया-गुड़ाबांदा में हैं 60 विस्थापित
वर्ष 2003 के 31 मार्च को भागाबांधी हाट मैदान में धनाई किस्कू, शंकर चंद्र हेंब्रम और शैलेंद्र बास्के के नेतृत्व में बैठक कर नक्सलियों से लोहा लेने के लिए नागरिक सुरक्षा समिति का गठन हुआ था. इसी वर्ष 7-8 अगस्त की रात डुमरिया के लांगों में नासुस के सहयोग से ग्रामीणों ने नौ नक्सलियों का सेंदरा कर हथियार जब्त कर लिया था. इसके बाद से नासुस के लोगों पर नक्सलियों ने लगातार हमला शुरू किया. कई के घर तोड़ दिये गये. कई ही हत्या की गयी और कई घायल हुए. नक्सलियों के हमले से डुमरिया और गुड़ाबांदा के करीब साठ परिवारों ने गांव छोड़ दिया. ऐसे अधिकांश परिवार मुसाबनी में शरण लेकर विस्थापित की जिंदगी जी रहे हैं. नक्सलियों के डर से ऐसे परिवार अपने गांव नहीं जाते हैं.
डुमरिया और गुड़ाबांदा प्रखंड में नक्सली हिंसा के कारण लगभग 60 परिवार विस्थापित हुए हैं. ऐसे विस्थापित में मुसाबनी में रहते हैं. मैंने इन विस्थापितों की सूची जिला में सौंप कर सरकार से इंदिरा आवास योजना का लाभ देने की मांग की थी. – शैलेंद्र बास्के, अध्यक्ष, नागरिक सुरक्षा समिति.
नासुस अध्यक्ष ने आवास के लिए किया था अनुरोध
पत्र में कहा गया है कि नागरिक सुरक्षा समिति पूर्वी सिंहभूम के अध्यक्ष ने पत्र के माध्यम से नक्सली हिंसा के कारण विस्थापितों को आवास का लाभ देने का अनुरोध किया था.
चाकुलिया में भी हैं कई विस्थापित: चाकुलिया प्रखंड के श्यामसुंदपुर थाना क्षेत्र में भी कई ऐसे परिवार जिन्होंने नक्सलियों के हमले से गांव छोड़ दिया. किसी दूसरे स्थान पर शरण लिए हुए हैं.