पिता ने सीएम से लगायी गुहार

रामचंद्र गिरी हत्याकांड. 15 दिन बाद भी खाली हाथ पुलिस, दबाव बढ़ा घाटशिला : घाटशिला के बिक्रमपुर स्थित बेथनी छात्रावास में 26 जून की रात इरवाइन एडवेंटिस स्कूल के तीसरी का छात्र रामचंद्र गिरी की हत्या मामले का उदभेदन और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग पर छात्र के पिता पंकज गिरी ने सोमवार को सांसद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2016 6:38 AM

रामचंद्र गिरी हत्याकांड. 15 दिन बाद भी खाली हाथ पुलिस, दबाव बढ़ा

घाटशिला : घाटशिला के बिक्रमपुर स्थित बेथनी छात्रावास में 26 जून की रात इरवाइन एडवेंटिस स्कूल के तीसरी का छात्र रामचंद्र गिरी की हत्या मामले का उदभेदन और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग पर छात्र के पिता पंकज गिरी ने सोमवार को सांसद विद्युत वरण महतो के नेतृत्व में मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगायी. मुख्यमंत्री ने श्री गिरी को भरोसा दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा. सीएम ने उनसे कहा कि वे इस मामले की जांच करायेंगे, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषी पकड़े जा सके.
सीएम से मिल कर न्याय का भरोसा : पंकज गिरी
पंकज गिरी ने बताया कि सीएम से मिल कर उन्हें उम्मीद जगी है कि पुत्र के हत्यारों की गिरफ्तारी जल्द होगी. उन्होंने कहा कि आठ जुलाई को सांसद विद्युत वरण महतो चाकुलिया और बहरागोड़ा के दौरे पर आये थे. इसी दौरान उनसे भेंट की गयी थी. उन्होंने 11 जुलाई को सीएम से भेंट कराने का भरोसा दिलाया था. सोमवार को उनके नेतृत्व में सीएम से भेंट हुई. सीएम को जानकारी दी.
एसआइटी गठित कर होगा खुलासा : एसएसपी
पंकज गिरी ने बताया कि सीएम से भेंट करने के बाद सांसद विद्युत वरण महतो के नेतृत्व में वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू से भेंट की गयी. एसएसपी ने पूरी घटना की जानकारी ली. एसएसपी ने उनसे कहा कि इस घटना के उदभेदन के लिए एसआइटी का गठन किया जायेगा. एसआइटी रामचंद्र गिरी हत्याकांड की जांच करेगी. एसएसपी ने कहा कि पुलिस वैज्ञानिक तरीके से भी जांच कर रही है.
बच्चे की हत्या क्यों की गयी, जांच हो : सांसद
सांसद विद्युत वरण महतो ने एसएसपी से कहा कि रामचंद्र गिरी बच्चे की हत्या क्यों की गयी. इसकी जांच पुलिस करे. ताकि लोगों को यह पता चल सके कि आखिर हत्या करने के पीछे क्या कारण है. हत्या करने में शामिल दोषी पकड़े जायें. पंकज गिरी के साथ 20 सूत्री जिला उपाध्यक्ष दिनेश साव, अशोक विश्वकर्मा, सुनाराम हांसदा, राम मुर्मू, देवराम मुर्मू, प्रदीप गिरी, मार्शल बास्के, भीलू गिरी आदि शामिल थे.

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