जान जोखिम में डाल पढ़ाई करते हैं विद्यार्थी

बहरागोड़ा प्लस टू उच्च विद्यालय का भवन जर्जर कक्षा नौ व दस में 605 और इंटर में 190 विद्यार्थी नामांकित बहरागोड़ा : 1928 में स्थापित बहरागोड़ा प्लस टू हाई स्कूल जर्जर भवन में चलता है. इससे दुर्घटना की आशंका रहती है. वर्षों पूर्व नया भवन तो बना है, लेकिन अधूरा है. इससे नये भवन को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2016 5:54 AM

बहरागोड़ा प्लस टू उच्च विद्यालय का भवन जर्जर

कक्षा नौ व दस में 605 और इंटर में 190 विद्यार्थी नामांकित
बहरागोड़ा : 1928 में स्थापित बहरागोड़ा प्लस टू हाई स्कूल जर्जर भवन में चलता है. इससे दुर्घटना की आशंका रहती है. वर्षों पूर्व नया भवन तो बना है, लेकिन अधूरा है. इससे नये भवन को हैंड ओवर नहीं किया गया है. विद्यालय में साइकिल स्टैंड की भी व्यवस्था नहीं है. इससे विद्यार्थियों को कड़ी धूप या बारिश में साइकिल को बाहर ही रखनी पड़ती है. इस विद्यालय में कक्षा नौ और दस के 605 और इंटर के 190 विद्यार्थी नामांकित हैं. विद्यालय में शिक्षकों की कमी : हाई स्कूल के लिए स्वीकृत पद एक प्रधानाध्यापक और 12 सहायक शिक्षक हैं.
विद्यालय में एचएम वरुण कुमार गिरी और डॉ अरुण कुमार शर्मा दो ही शिक्षक है. वहीं इंटर में स्वीकृत पद 11 है. चार शिक्षक ही कार्यरत हैं. शिक्षकों की कमी के कारण इस विद्यालय में विज्ञान, गणित, अंग्रजी, समाज, अर्थशास्त्र, संस्कृत, भूगोल आदि विषयों की पढ़ाई नहीं हो पाती है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक वरुण कुमार गिरी ने बताया कि जर्जर भवन की सूचना कई बार लिखित रूप से जिला कार्यालय से की गयी. आज तक किसी प्रकार की पहल नहीं हुई है. जर्जर भवन के चलते कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है. प्लस टू उच्च विद्यालय का भवन तो बना है. लेकिन निर्माण कार्य अधूरा है. उक्त भवन का अब तक हैंड ओवर नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर भवन हैंड ओवर होता तो उक्त भवन में पठन-पाठन कार्य चल सकता है.

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