1.36 लाख हेक्टेयर में होगी धान की खेती
गालूडीह : मई माह से खरीफ की खेती का मौसम शुरू हो जाता है. पूर्वी सिंहभूम में खरीफ का मुख्य खेती धान है, इसलिए जिला कृषि विभाग, दारीसाई कृषि अनुसंधान केंद्र, दारीसाई कृषि विज्ञान केंद्र समेत कृषि से संबंधित सभी विभाग जिले में धान की उपज बढ़ाने को लेकर अभी से तैयारियां कर ली है. […]
गालूडीह : मई माह से खरीफ की खेती का मौसम शुरू हो जाता है. पूर्वी सिंहभूम में खरीफ का मुख्य खेती धान है, इसलिए जिला कृषि विभाग, दारीसाई कृषि अनुसंधान केंद्र, दारीसाई कृषि विज्ञान केंद्र समेत कृषि से संबंधित सभी विभाग जिले में धान की उपज बढ़ाने को लेकर अभी से तैयारियां कर ली है.
खास कर अधिक उपज के लिए किसानों को श्री विधि से धान की खेती करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. पूर्वी सिंहभूम जिला कृषि विभाग ने जो लक्ष्य इस वर्ष 13-14 के लिए तैयार किया है. उसके मुताबिक पूर्वी सिंहभूम में इस वर्ष 136000 हेक्टेयर भूमि में धान की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
इसमें सिर्फ श्री विधि से लगभग 38 हजार 100 हेक्टेयर में धान की खेती करने लक्ष्य रखा गया है, बाकी अन्य विधि से, जबकि पिछले वर्ष इस जिले में श्री विधि से साढ़े 13 हजार हेक्टेयर में धान की खेती हुई थी, जबकि इस वर्ष डबल करते ही 38 हजार हेक्टेयर में श्री विधि से धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसकी पुष्टि जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार गुप्ता ने की है.