ओड़िया भाषा और साहित्य को समृद्ध किया सेनापति ने
बहरागोड़ा कॉलेज में साहित्य पर सेमिनार सेमिनार का उदघाटन करते अतिथि. बहरागोड़ा : बहरागोड़ा कॉलेज में ओड़िया विभाग की ओर से मंगलवार को कथा साहित्यकार, लेखक, उपन्यासकार और लघु कथाकार फकीर मोहन सोनापति के कथा साहित्य पर एक दिवसीय सेमिनार हुआ. मौके पर विभागाध्यक्ष प्रो बी षाड़ंगी ने कहा कि वर्षों से मैं पाठ्यक्रम का […]
बहरागोड़ा कॉलेज में साहित्य पर सेमिनार
सेमिनार का उदघाटन करते अतिथि.
बहरागोड़ा : बहरागोड़ा कॉलेज में ओड़िया विभाग की ओर से मंगलवार को कथा साहित्यकार, लेखक, उपन्यासकार और लघु कथाकार फकीर मोहन सोनापति के कथा साहित्य पर एक दिवसीय सेमिनार हुआ. मौके पर विभागाध्यक्ष प्रो बी षाड़ंगी ने कहा कि वर्षों से मैं पाठ्यक्रम का अकेले बोझ ढो रही थी. मैंने सपना देखा था कि मेरा विभाग शिक्षक संपन्न होगा. अाज यह सपना पूरा हुआ. उन्होंने कहा कि फकीर मोहन सेनापति कथा साहित्यकार के रूप में ओड़िया भाषा के सम्राट थे. मौके पर प्रध्यापक डॉ बाल कृष्ण बेहरा ने कहा कि जब ओड़िया भाषा को विलापित करने का प्रयास किया जा रहा था,
तो उन्होंने वास्तविक सेनापति के रूप में कार्य किया था. ओड़िया भाषा और साहित्य को समृद्ध करने में उनका योगदान अतुलनीय है. मौके पर डॉ सत्य प्रिय माहलिक ने कथा साहित्य की समीक्षा पेश की. मौके पर छात्रा शिवानी बेरा, अल्पना भुईयां, अल्पना श्यामल, आशीष कुमार ने अपने विचार रखे. हिंदी के विभागाध्यक्ष की प्रसाद, पी एन बेरा ने भी फकीर मोहन के जीवनी और लेखनी पर प्रकाश डाला. सेमिनार का उदघाटन कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो बीएम गिरी ने फकीर मोहन सेनापति की तसवीर पर दीप प्रज्जवलित कर किया.