नारगा हत्याकांड में अज्ञात पर केस
गालूडीह-एमजीएम सीमा पर सातगुड़म नदी किनारे से बरामद हुई थी सिर कटी लाशप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीEarthquake: क्यों कांप रही हमारी धरती, ऐसा क्या राज दफन है कई किलीमीटर नीचेपीएम मोदी YouTube से करते हैं करोड़ों की कमाई, एक वीडियो से हुई 10780560 रुपये की आमदनीNepal Violence : क्या 17 साल में 10 प्रधानमंत्री से […]
गालूडीह-एमजीएम सीमा पर सातगुड़म नदी किनारे से बरामद हुई थी सिर कटी लाश
गालूडीह : एमजीएम थाना के नारगा निवासी मनोज कैवर्त्त (30) की 8 अक्तूबर की रात धारदार हथियार से गर्दन काट कर हत्या मामले में पुलिस ने परिजनों के बयान पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. एमजीएम थाना प्रभारी आमिस हुसैन ने बताया कि हत्याकांड के तार मृतक के घर से ही जुड़े हैं. जबतक कोई सबूत नहीं मिलता है, तबतक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही है. पूजा और मुहर्रम के लेकर सही से जांच अब तक नहीं हो पायी है. पुलिस इस मामले में गहन जांच कर हत्याकांड का उद्भेदन जल्द करेगी.
जानकारी हो कि मृतक का शव उसके घर से करीब दो किमी दूर गालूडीह-एमजीएम थाना क्षेत्र की सीमा पर स्थित सातगुड़म नदी किनारे सुनसान स्थान से बरामद हुआ था. पुलिस के अनुसार सिर और धड़ अलग-अलग पड़ा था. पीठ और पेट में भुजाली या तलवार समेत किसी धारदार हथियार से वार किए गये थे.
शरीर में आठ-नौ जगह गहरे जख्म के निशान मिले थे. मृतक युवक की शादी पांच माह पूर्व जादूगोड़ा के दिगड़ी गांव में मुचीराम कैवर्त्त की बेटी खुशबू कैवर्त्त के साथ हुई थी. परिजनों ने बताया था कि मनोज कैवर्त जमशेदपुर के रूपाडांगा में ठेका मजदूरी का काम करता था. शाम में वह काम कर घर लौटा और शौच करने की बात कह कर निकला था.