आक्रोशित ग्रामीणों ने थाना घेरा
जुनबनी के वाशिंदो पर रंगदारी का मामला दर्ज करने का विरोध बालू घाट के संचालक राज कुमार शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का दिया आवेदन धालभूमगढ़ : धालभूमगढ़ प्रखंड के जुनबनी गांव के तीन लोगों के खिलाफ रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज करने से नाराज ग्रामीणों ने रविवार को पांरपरिक हथियार के साथ जुलूस […]
जुनबनी के वाशिंदो पर रंगदारी का मामला दर्ज करने का विरोध
बालू घाट के संचालक राज कुमार शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का दिया आवेदन
धालभूमगढ़ : धालभूमगढ़ प्रखंड के जुनबनी गांव के तीन लोगों के खिलाफ रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज करने से नाराज ग्रामीणों ने रविवार को पांरपरिक हथियार के साथ जुलूस निकालकर धालभूमगढ़ थाना के घेराव किया. ग्रामीण बालू घाट के संचालक राजकुमार शाह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों ने थाने में राजकुमार शाह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने करने का आवेदन दिया. ग्रामीण गांव गणराज्य, जुनबनी ग्राम सभा के बैनर के साथ जुलूस निकाला और थाना का घेराव किया. जुलूस में शामिल ग्रामीण हमारे गांव में हमारा राज, जल, जंगल, जमीन हमारा है. पुलिस प्रशासन हाय-हाय का नारा लगा रहे थे.
जुनबनी के ग्राम प्रधान लखी राम मुर्मू ने थाना प्रभारी के नाम राज कुमार शाह द्वारा गांव में आकर गाली गलौज करने, पिस्तौल दिखा कर जान मारने की धमकी देने के विरोध में नामजद प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया. थाना प्रभारी के नाम लिखे आवेदन में कहा गया है कि 4 फरवरी 2017 की दोपहर में दो बजे गांव में बैठा था. तभी जमशेदपुर के मनीफीट निवासी श्री शाह स्कारर्पियो वाहन पर छह लोगों के साथ सवार होकर आये. यह कहते हुए धमकाने लगे कि तुम जंगली लोग ग्राम कर बालू खनन रोक रहे हो. उन्होंने असंसदीय भाषा का भी प्रयोग किया. इससे पूरा परिवार सहमा हुआ है. थाना प्रभारी को आवेदन देते समय आदिवासी महासभा के जिला संगठन सचिव इंद्र मुर्मू, लखी राम मुर्मू, किशुन टुडू, शंकर टुडू, जगत हांसदा, दासमात टुडू, उपस्थित थे.
इन पर दर्ज हुई है प्राथमिकी: आदिवासी महासभा के संगठन सचिव ने कहा कि जुनबनी गांव के लखन बास्के, दासमात टुडू और उनके खिलाफ राजकुमार साह द्वारा रंगदारी मांगे जाने की प्राथमिकी दर्ज करने के विरोध में ग्रामीण थाना पहुंचे हैं.
झूठा आरोप लगा रहे हैं ग्रामीण: राजकुमार शाह
बालू घाट के संचालक राज कुमार शाह ने दूरभाष पर बताया कि वे 4 फरवरी 2017 को जमशेदपुर में थे. वे जुनबनी गांव नहीं गये थे. ग्रामीण उनके खिलाफ झूठा आरोप लगा रहे हैं.