कान्हू मुंडा से गांधीगिरी करवा रही पुलिस
गुड़ाबांदा : सरेंडर करने वाले सीपीआइ माओवादी के झारखंड, बंगाल, ओड़िशा बॉर्डर रिजनल कमेटी के सचिव कान्हू मुंडा को शनिवार को भी पुलिस अपने साथ लेकर गुड़ाबांदा पहुंची. सरेंडर करने के बाद पुलिस कान्हू मुंडा से गांधीगिरी करा बीहड़ गांवों के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने और नक्सलवाद की राह से लौटने को लेकर प्रोत्साहित […]
गुड़ाबांदा : सरेंडर करने वाले सीपीआइ माओवादी के झारखंड, बंगाल, ओड़िशा बॉर्डर रिजनल कमेटी के सचिव कान्हू मुंडा को शनिवार को भी पुलिस अपने साथ लेकर गुड़ाबांदा पहुंची. सरेंडर करने के बाद पुलिस कान्हू मुंडा से गांधीगिरी करा बीहड़ गांवों के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने और नक्सलवाद की राह से लौटने को लेकर
प्रोत्साहित कर रही है. इसमें पुलिस को सफलता मिलने लगी है. इसका उदाहरण गुड़ाबांदा का सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जियान गांव है. यह कान्हू मुंडा का पैतृक गांव भी है. उक्त गांव के ग्रामीण कभी कान्हू मुंडा के समर्थन में लाल सलाम का नारा लगाते थे. वही ग्रामीण अब विकास की बात करने लगे हैं. पुलिस का कान्हू मुंडा से गांधी गिरी कराने के पीछे असल मकसद यही है कि भटक कर नक्सली दस्ते में गये युवा दस्ता और हथियार छोड़ कर मुख्यधारा से जुड़ें. यही मैसेज भी पुलिस कान्हू के मार्फत गांवों में दे रही है.
वारूनमुठी गांव में ग्रामीणों से मिला कान्हू मुंडा: शनिवार को पुलिस के साथ कान्हू मुंडा बारूनमुठी गांव पहुंचा और ग्रामीणों से मिला. इसने कहा कि मैं खुश हूं. आप भी डर मन से निकाल दें. पुलिस सहयोग कर रही है. जल्द गांवों में शांति बहाल होगी. कान्हू मुंडा सरेंडर करने वाले अन्य नक्सलियों के घर गया. उनके परिजनों व ग्रामीणों से मिला. उन्हें भयमुक्त रहने को कहा. पुलिस सहयोग कर रही है. किसी के साथ कोई गलत नहीं हो रहा है.
शनिवार की भी कान्हू मुंडा को लेकर गुड़ाबांदा गये थे. वारूनमुंढ़ी गांव में ग्रामीणों से कान्हू मुंडा को मिलवाया. सरेंडर करने वाले अन्य नक्सलियों के घर कान्हु मुंडा गया. परिजनों एवं ग्रामीणों से मिला. कान्हू ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि सब कुछ ठीक है. आप सभी भयमुक्त रहें. मन में किसी तरह का भ्रम न पालें. पुलिस सहयोग कर रही है.
– अजीत कुमार विमल, डीएसपी, मुसाबनी