कान्हू मुंडा समेत पांच गये जेल, दो को बांड पर छोड़ा
सरेंडर करने वाले सभी सात नक्सलियों की कोर्ट में हुई पेशी घाटशिला : 15 फरवरी को सरेंडर करने वाले गुडाबांदा क्षेत्र के हार्डकोर नक्सली कान्हू राम मुंडा और उसके छह साथियों को कड़ी सुरक्षा में पुलिस टीम कपाली नये आजादनगर थाना से घाटशिला कोर्ट ले गया. जिला पुलिस ने कान्हू राम मुंडा, जितेन मुंडा, फोगडा […]
सरेंडर करने वाले सभी सात नक्सलियों की कोर्ट में हुई पेशी
घाटशिला : 15 फरवरी को सरेंडर करने वाले गुडाबांदा क्षेत्र के हार्डकोर नक्सली कान्हू राम मुंडा और उसके छह साथियों को कड़ी सुरक्षा में पुलिस टीम कपाली नये आजादनगर थाना से घाटशिला कोर्ट ले गया. जिला पुलिस ने कान्हू राम मुंडा, जितेन मुंडा, फोगडा मुंडा, भोगलू सिंह तथा शंकर मुंडा को कोर्ट में प्रस्तुत कर घाटशिला जेल भेज दिया है. जबकि सरेंडर करने वाली शंकर मुंडा की पत्नी फुलमणी और एक अन्य नक्सली चुन्नू मुंडा को पुलिस ने उनके खिलाफ थानाें में दर्ज मामले में एवीडेंस नहीं होने का लाभ देते हुए गांव जियान पहुंचा दिया.
मुसाबनी के डीएसपी अजीत कुमार विमल ने बताया कि जिला पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले चुनू मुंडा और शंकर मुंडा की पत्नी काजल मुंडा को पुलिस ने पीआर बांड पर छोड़ दिया है.
इससे पहले आजादनगर थाना भवन में दिन के दो बजे के लगभग एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, ग्रामीण एसपी शैलेंद्र वर्णवाल, एसपी अभियान प्रणव आनंद झा समेत तीन डीएसपी, बंगाल पुलिस की टीम, सीआरपीएफ की टीम ने पहुंचकर कागजी कार्रवाई को अंतिम रुप दिया और फिर कड़ी सुरक्षा के बीच इनोवा और सूमो से कान्हू मुंडा समेत सभी नक्सलियों और उनके परिवार को घाटशिला ले जाया गया.
चार बजे पहुंचे घाटशिला: जिला पुलिस की टीम कान्हू मुंडा,
जितेन, शंकर मुंडा, फोगडा मुंडा और भोगलू सिंह को बुधवार की शाम चार बजे लेकर घाटशिला कोर्ट लेकर पहुंची. कोर्ट में विभिन अदालतों में पांचों को प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद अदालत ने सभी को अलग-अलग मामले में न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेजने का आदेश दिया. कोर्ट के आदेश पर पांचों को घाटशिला जेल भेज दिया गया.
कोर्ट लाने से पूर्व नक्सलियों की हुई मेडिकल जांच
अस्पताल पुलिस छावनी में रहा तब्दील
पांचों नक्सलियों को मेडिकल जांच के लिए जब उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया. यहां चिकित्सक डॉ बीबी टोपनो ने जांच की. यहां पुलिस का पुख्ता इंतजाम था. चारों तरफ पुलिस के जवान तैनात थे. अस्पताल के मुख्य गेट से लेकर जहां नक्सलियों का मेडिकल हो रहा था, पुलिस मौजूद थी. अस्पताल गेट के अंदर मेडिकल होने तक किसी को प्रवेश नहीं करने दिया गया. अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था.
नक्सलियों पर दर्ज केसों को खंगाला
गुडाबांदा के कान्हू मुंडा, फोगडा, भोगलू, शंकर व चुन्नू सिंह पर दर्ज मामले काे जिला पुलिस ने खंगाला. सभी को कुछ मामलों रियायत देने पर विचार किया गया. जिला पुलिस ने कान्हू मुंडा पर दर्ज 47 मामलों में से 22 मामलों में रियायत दे दी है. इसी तरह से फोगडा समेत अन्य के केसों को भी खंगाला.
परिवार को पुलिस ने पहुंचाया गांव, कुछ दिन तक करेगी निगरानी
कान्हू मुंडा, शंकर, जितेन, फोगडा समेत अन्य नक्सलियों के परिजनों को पुलिस ने उनके गांव ले जाकर घर तक पहुंचा दिया है. पुलिस के मुताबिक कुछ दिनों तक पुलिस उनकी सुरक्षा पर बिशेष नजर रखेगी. कान्हू की पत्नी समाजसेविका का काम करती है. इसलिए ओपेन जेल में जाने की इच्छा पर विचार नहीं किया है. फिलहाल सभी गांव में हैं.
कार्तिक मुंडा एक एसएलआर व कारबाइन के साथ लालगढ़ में
जिला पुलिस की टीम कान्हू मुंडा दस्ता छोड़कर भागे कार्तिक मुंडा के बारे में पता लगा रही है. पुलिस के मुताबिक कार्तिक मुंडा लालगढ़ में है और उसके पास पुलिस से लुटा हुआ एक एसएलआर और कारबाइन भी है. पुलिस इस प्रयास में है कि कार्तिक मुंडा को सरकार की नीति से अवगत कराते हुए सरेंडर करा दिया जाये. पुलिस एक कारबाइन की तलाश में है जो सुपाई टुडू के पास थी. सुपाई टुडू के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद कारबाइन का पुलिस को कुछ पता नहीं चला. सुपाई टुडू की पत्नी सोनाली को भी कारबाइन के बारे में कुछ पता नहीं है.