महिलाओं ने “170 मजदूरी का किया विरोध, शिकायत

गुड़ाबांदा. 12 करोड़ के पुल निर्माण में मजदूरों का शोषण बहरागोड़ा : नक्सल मुक्त गुड़ाबांदा प्रखंड में संवेदक योजनाओं में काम कर रहे मजदूरों का शोषण कर रहे हैं. संवेदक मनमानी तौर पर मजदूरी का भुगतान कर रहे हैं. बहरागोड़ा की गुहियापाल पंचायत की ज्योति पहाड़ी व गुड़ाबांदा के जामबनी को जोड़ने के लिए सुवर्णरेखा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2017 5:29 AM

गुड़ाबांदा. 12 करोड़ के पुल निर्माण में मजदूरों का शोषण

बहरागोड़ा : नक्सल मुक्त गुड़ाबांदा प्रखंड में संवेदक योजनाओं में काम कर रहे मजदूरों का शोषण कर रहे हैं. संवेदक मनमानी तौर पर मजदूरी का भुगतान कर रहे हैं. बहरागोड़ा की गुहियापाल पंचायत की ज्योति पहाड़ी व गुड़ाबांदा के जामबनी को जोड़ने के लिए सुवर्णरेखा नदी पर मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना से 12 करोड़ की लागत से पुल बन रहा है. इसमें कार्यरत मजदूरों को संवेदक निर्धारित दर 224. 90 रुपये की बजाय 170 रुपये की दर से मजदूरी का भुगतान कर रहा है. महिला मजदूरों ने 170 रुपये की दर से मजदूरी लेने के इनकार करते हुए मंगलवार को बीडीओ से शिकायत करने के लिए बहरागोड़ा ब्लॉक ऑफिस पहुंची.
चिलचिलाती धूप में आयी महिला मजदूर : चिलचिलाती धूप में गुड़ाबांदा से जामबनी होते हुए महिलाएं बहरागोड़ा ब्लॉक पहुंची. महिला मजदूरों ने बताया कि संवेदक ने 15 दिन काम कराने के बाद मंगलवार को 170 रुपये की दर से मजदूरी दी. उन्होंने मजदूरी लेने से इनकार कर दिया. महिला मजदूरों का कहना था कि आठ घंटा से ज्यादा काम कराया जाता है. बाहर के मजदूरों को रखा गया है. सिर्फ 15 स्थानीय महिलाएं काम करती हैं. मजदूरों ने बताया कि वे इसकी शिकायत बीडीओ ललित प्रसाद सिंह से करने आयी थी. बीडीओ के किसी बैठक में
जाने के कारण वे शिकायत नहीं कर पायी. झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष असीत मिश्रा से मजदूरों ने शिकायत की. शिकायत करने पहुंची महिला मजदूरों में पुष्पा गिरी, मंजू गिरी, काजल गिरी, कल्पना नायक, मुक्ता सिंह, पार्वती नायक, आरती गिरी आदि शामिल हैं. झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष असित मिश्रा ने कहा कि पार्टी मजदूरों का शोषण बरदाश्त नहीं करेगी. अगर मजदूरों को एक सप्ताह के अंदर निर्धारित दर से मजदूरी नहीं मिली तो पार्टी उग्र आंदोलन करेगी. इधर, संवेदक के मुंशी तिवारी का कहना है कि पुरानी योजना है. इसलिए पुरानी दर से मजदूरी दी जा रही है.

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