चापाकलों की होगी मरम्मत, पहाड़ के निचले इलाके में खोदे जायेंगे तालाब
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प्रशासनिक पदाधिकारियों संग ग्राम प्रधानों की बैठक
घाटशिला : घाटशिला के माझी परगना महाल भवन में गुरुवार को प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ ग्राम प्रधानों की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता प्रखंड विचार सचिव बहादुर सोरेन ने की. बैठक में अंचलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि ग्राम प्रधान की भूमिका अहम है. ग्राम सभा से पारित प्रस्तावों पर ही सरकार विकास का खाका तैयार करती है. ग्रामीण क्षेत्र में जो वर्षों से वन भूमि पर रह रहे हैं और उन्हें वन भूमि का पट्टा नहीं मिला है. प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं से वंचित हैं. जिनका वर्ष 2011 में एसीसी डाटा में अंकित है. वैसे लोगों की ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित करायें.
इस मामले पर विचार किया जायेगा. जिला सचिव सुधीर सोरेन ने कहा कि ग्राम प्रधान आपसी समन्वय बनाकर आम जनता का काम करें. ग्राम प्रधान को मानदेय के मामले में महाल आये दिन जनांदोलन करता रहा है. माझी महाल व ग्राम प्रधान ने संयुक्त रूप से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खराब चापाकलों की मरम्मत शीघ्र कराने की जरूरत है. प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में पहाड़ों के नीचे बसे गांव के आसपास वन भूमि या सरकारी भूमि पर बृहत तालाब बनाने का प्रस्ताव दें.
सुधीर बास्के ने कहा कि खराब चापाकलों का लिखित रूप से प्रस्ताव दें. मरम्मत कराने की दिशा में पहल की जायेगी. बहादुर सोरेन ने कहा कि जरूरत मंद लोगों को एसीसी डाटा ग्राम प्रधान, पंचायत प्रतिनिधि, सांसद और विधायक की अनुशंसा पर प्रधानमंत्री आवास मिलना चाहिए. बैठक में पतीत पावन घोष, दीपक बेरा, सुखलाल हांसदा, मुखिया बसंती सिंह, रतन मुर्मू, खुदी राम हांसदा, नंदलाल सोरेन, गौर कृष्ण पाल, बादल चौधरी, इश्वर मार्डी समेत ग्राम प्रधान उपस्थित थे.