तकनीक को साधन बनायें, साध्य नहीं

बहरागोड़ा : बहरागोड़ा कॉलेज में मंगलवार को विज्ञान विभाग की ओर से विज्ञान एवं तकनीक विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ एसपी माहलीक ने की. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि रांची विवि के फिजिक्स विभाग के एचओडी डॉ मिलन प्रकाश झा ने कहा कि विज्ञान को तकनीक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2017 9:27 AM
बहरागोड़ा : बहरागोड़ा कॉलेज में मंगलवार को विज्ञान विभाग की ओर से विज्ञान एवं तकनीक विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ एसपी माहलीक ने की. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि रांची विवि के फिजिक्स विभाग के एचओडी डॉ मिलन प्रकाश झा ने कहा कि विज्ञान को तकनीक मुख्य रूप देता है. गीता सांख्य योग का उल्लेख है. योग एक तरह की एपलाइट साइंस है. हिक्स पाटीकल पर काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि स्टेफन हाकिंस पूरे तरह से दिव्यांग हैं. बावजूद इसके उन्होंने विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. आज सुधार और पूर्णता की जरूरत है. भारतीय दर्शन विज्ञान का एक जमाने में बड़ा नाम था. लेकिन सरकार द्वारा शिक्षा की उपेक्षा के कारण हम पिछड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक बिंदु विज्ञान का मार्ग प्रशस्त करता है. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि तकनीक आज की जरूरत है. लेकिन उस पर आप पूर्ण निर्भर ना हों. बस तकनीक का उपयोग करें. जैसे कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल सूचना के बेहतर माध्यम हैं. इसका उपयोग अपने ज्ञान वृद्धि के लिए करें. तकनीक को साधन बनायें साध्य नहीं. इस अवसर पर एन पात्र, स्वपन कर, राज गोपाल वासा, प्रो इंदल पासवान, प्रो पी प्रसाद, डॉ टी मंडल, डॉ पी बेरा, तपन जेना आदि उपस्थित थे.

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