बराज डैम में आत्महत्या का प्रयास, छात्रों ने पकड़ा
टीचर की डांट से नाराज छात्रा हॉस्टल से भागी सूचना पाकर बीइइओ पहुंचे, छात्रा,अभिभावक व शिक्षिकाओं से ली जानकारी छात्रा को समझा कर उनके माता-पिता के साथ गर्मी छुट्टी में भेजा गया घर 15 जून को स्कूल खुलने पर इस मसले पर होगी बैठक गालूडीह : घाटशिला प्रखंड के गालूडीह बराज स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय […]
टीचर की डांट से नाराज छात्रा हॉस्टल से भागी
सूचना पाकर बीइइओ पहुंचे, छात्रा,अभिभावक व शिक्षिकाओं से ली जानकारी
छात्रा को समझा कर उनके माता-पिता के साथ गर्मी छुट्टी में भेजा गया घर
15 जून को स्कूल खुलने पर इस मसले पर होगी बैठक
गालूडीह : घाटशिला प्रखंड के गालूडीह बराज स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की शिक्षिकाओं की डांट-फटकार से नाराज मैट्रिक की परीक्षा दे चुकी एक छात्रा शनिवार को सुबह में छात्रावास से भाग गयी और कुछ दूरी पर स्थित बराज डैम पुल पहुंच गयी. वह डैम में आत्महत्या करने के ख्याल से पहुंची थी. जब वह डैम की ओर भाग रही थी, तभी बराज हिंदी मध्य विद्यालय की छुट्टी होने पर कई छात्र-छात्राएं पुल से गुजर रही थी.
छात्रा को भागते देख बराज मध्य विद्यालय के छात्रों और आसपास के ग्रामीणों ने कस्तूरबा की छात्रा को पकड़ा. तब तक कस्तूरबा के गार्ड और कई शिक्षिकाएं भी मौके पर पहुंच गयीं. छात्रा को पकड़ कर स्कूल लाया गया. उस वक्त जादूगोड़ा की ओर से पूर्व प्रमुख श्रृति देवगम भी आ रही थीं. उन्होंने ने भी छात्रा को पकड़ा और स्कूल पहुंचाया. इस घटना से शनिवार सुबह से दोपहर तक स्कूल परिसर में हड़कंप मचा रहा. शिक्षा विभाग हरकत में आ गया. सूचना पाकर बीइइओ वैद्यनाथ प्रधान स्कूल पहुंचे. बीइइओ ने छात्रा व उसके माता-पिता , वार्डेन रजली माई टुडू, शिक्षिका सुकांत कुंडू, लिपिका साव, लेखापाल प्रवीर मिश्रा आदि से विस्तृत जानकारियां ली और फिर छात्राओं को समझा कर आज से गर्मी छुट्टी होने पर उन्हें माता-पिता के साथ घर भेज दिया. बीइइओ ने कहा कि गर्मी छुट्टी के बाद 15 जून को इस मसले पर बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे. मौके पर विधायक प्रतिनिधि हाराधन सिंह भी उपस्थित थे.
क्या है मामला, छात्रा ने ऐसा कदम क्यों उठाया : छात्रा ने बीइइओ के समक्ष कहा कि पिछले एक वर्ष से स्कूल में शिक्षिकाएं डांट फटकार करती हैं. शुक्रवार शाम को छात्रावास में मैं अपनी एक सहेली से मिलने उसके कमरे में गयी थी तो शिक्षिकाओं ने डांट लगायी. ताना भी मारती हैं. क्या कहती शिक्षिकाएं : इधर वार्डेन रजली माई टुडू और शिक्षिका सुकांता कुंडू ने कहा कि छात्रा द्वारा लगाये जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं. उसे कोई डांट-फटकार नहीं करता. अनुशासन का ख्याल रखा जाता है. शाम मैं उसे अपने कमरे में जाने को कहा गया था. आज उनके माता-पिता को भी स्कूल बुलाया गया था. गर्मी छुट्टी में वह घर जाती. तभी अपने माता-पिता के सामने ही गेट से बाहर निकल कर बराज डैम की ओर भागने लगी.
मनोवैज्ञानिक चिकित्सा एवं काउंसलिंग पर बल
कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में करीब 350 छात्राएं है. 6 से 12 वीं तक की छात्राएं रहती हैं. घर-परिवार से दूर रहने से अधिकांश छात्राएं मनोरोग व अवसाद से पीड़ित हो जाती हैं. ऐसा बीइइओ का मानना है. घटना के बाद बैठक में बीइइओ वैद्यनाथ प्रधान, वार्डेन रजली माई टुडू, लेखापाल प्रवीर मिश्रा ने कहा कि मनोवैज्ञानिक चिकित्सा को बढ़ावा देना होगा. सप्ताह में एक दिन एक घंटे की क्लास व काउंसलिंग की जरूरत भी है. इसके अलावे प्रतिदिन योगा भी जरूरी है. इससे छात्राएं अवसाद से बाहर निकलेगी और गलत कदम नहीं उठायेंगी.