– केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के एडिशनल डायरेक्टर ने सुरदा माइंस का किया निरीक्षण
मुसाबनी.
केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के एडिशनल डायरेक्टर (जनरल फॉरेस्ट) शशि शेखर पाठक ने शनिवार की दोपहर को एचसीएल की सुरदा खदान का दौरा किया. माइंस लीज क्षेत्र के 65 हेक्टेयर वन भूमि का निरीक्षण किया. एचसीएल ने लीज क्षेत्र की 65 हेक्टेयर वन भूमि को पिलर गाड़ कर सीमांकन किया है. एचसीएल के आवेदन पर कार्यवाही के लिए यह दौरा महत्वपूर्ण है. एडीजी (फॉरेस्ट) के प्रतिवेदन पर सुरदा माइंस के लिए स्टेज वन के लिए आवश्यक पर्यावरण स्वीकृति का मामला हल होगा. सुरदा माइंस के लिए माइनिंग चालान की समस्या का समाधान होने की उम्मीद है. श्री पाठक के साथ डीएफओ ममता प्रियदर्शनी, एचसीएल के सीएमडी घनश्याम शर्मा, कार्यपालक निदेशक खनन उमेश सिंह, आइसीसी के इडी श्याम सुंदर सेठी समेत एचसीएल, वन विभाग के अधिकारी और ठेका कंपनी एमएमपीएल के पदाधिकारी मौजूद थे.
लीज क्षेत्र व पर्यावरण स्वीकृति क्षेत्र में अंतर से माइनिंग चालान लटका
जानकारी हो कि एचसीएल की सुरदा खदान की लीज स्वीकृति क्षेत्र में 65 हेक्टेयर वन भूमि है. सुरदा लीज क्षेत्र और सुरदा माइंस के पर्यावरण स्वीकृति क्षेत्र में अंतर के कारण माइनिंग चालान का मामला लटका हुआ है. एचसीएल ने 65 हेक्टेयर वन भूमि को पर्यावरण स्वीकृति के लिए मंत्रालय को आवेदन दिया है, ताकि गतिरोध का समाधान का मार्ग प्रशस्त हो सके.
लगभग डेढ़ घंटे तक माइंस के अंदर महत्वपूर्ण जानकारी ली
एडीजी ने माइंस के अंदर पांचवें लेवल पर गतिविधियों की जानकारी ली. यहां से माइंस के सातवें लेवल पर गये और वहां स्टॉप को देखा. खनन गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली. लगभग एक घंटे माइंस के अंदर रहने के बाद टीम वापस निकला. अधिकारियों के साथ लगभग डेढ़ घंटे तक एडीजी फॉरेस्ट सुरदा माइंस में रहे.
एचसीएल के सीएमडी संग की बैठक
सुरदा माइंस पहुंचने से पूर्व एडिशनल डायरेक्टर ने एचसीएल के सीएमडी घनश्याम शर्मा के साथ मऊभंडार निदेशक बंगला में बैठक की. इसके बाद अधिकारी सुरदा माइंस के लिए रवाना हुए. बैठक में किस बात को लेकर चर्चा हुई. इस संबंध में जानकारी नहीं मिल पायी है.