East Singbhum News : वेतन नहीं मिलने से नाराज ठेका मजदूरों ने काम रोका, आठ घंटे बाद लौटे
ठेका मजदूरों को दो माह से नहीं मिला था वेतन, मजदूरों ने ठेका कंपनी पर शोषण का लगाया आरोप
जादूगोड़ा. जादूगोड़ा की यूसिल भाटीन माइंस में कार्यरत ठेका मजदूरों ने समय पर वेतन नहीं मिलने से नाराज होकर काम रोककर हड़ताल शुरू कर दी. मजदूरों ने एमएफपी ठेका कंपनी पर शोषण करने का आरोप लगाया. मजदूरों ने बताया कि हर माह के दो तारीख को वेतन मिल जाता था. इधर दो माह से मजदूरों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. इस कारण आक्रोशित ठेका मजदूरों ने मंगलवार को हड़ताल पर बैठ गये. मजदूरों ने आठ घंटे तक काम को रोककर रखा. मजदूर का वेतन उनके अकाउंट में आने के बाद मजदूरों ने आठ घंटे बाद काम शुरू कर दिया. मजदूरों ने आरोप लगाया कि ठेका कंपनी द्वारा मजदूरों का शोषण किया जा रहा है. मजदूरों की सुविधा में कटौती की जा रही है. बोनस भी नहीं दिया गया है. पीएफ की राशि में भी हेरफेर की जा रही है. मजदूरों ने बताया कि दो साल होने को हैं, अभी तक वीटीसी का पैसा मजदूरों को नहीं दिया गया है. कई बार आवाज उठाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. यूसिल प्रबंधन से भी शिकायत की गयी है. मजदूरों को कैंटीन की सुविधा नहीं मिल रही है.
एसके सिंह को मजदूरों ने हटाने की मांग की
माइंस के मजदूरों का आरोप है कि एसके सिंह और ठेका कंपनी एमएफबी की मिलीभगत से मजदूरों का शोषण हो रहा है. एसके सिंह द्वारा ठेका कंपनी को गलत करने पर भी सहयोग किया जाता है. इस कारण ठेका कंपनी मनमर्जी काम करता है. एसके सिंह पर यह भी आरोप है कि वह लगातार 20 साल से एक ही स्थान भाटिन माइंस में टिके हुए हैं. मजदूरों ने उन्हें जल्द से जल्द हटाने की मांग की है, नहीं तो आंदोलन की चेतावनी दी है. ग्रामीण रविदास ने कहा कि आसपास के ग्रामीणों द्वारा यूसिल प्रबंधन को यहां लीज पर जमीन यूसिल द्वारा खनन करने के लिए दिया गया था, ना कि ठेका कंपनी को दिया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है