झाटीझरना में दो दिनों से बिजली नहीं, टेरापानी में हाथी के पहुंचने से दहशत
शाम होते ही घरों में दुबक जा रहे लोग, बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश, शाम होते ही घुप्प अंधेरा छा जाता है, पास की चीजें भी नहीं दिखती हैं
गालूडीह. घाटशिला प्रखंड की सबसे बीहड़ पंचायत झाटीझरना में दो दिनों से ब्लैक आउट है. बिजली का तार टूटने से पूरे पंचायत में अंधेरा है. पंचायत में करीब दस राजस्व गांव हैं. इनमें झाटीझरना, भोमरागोड़ा, फूलझोर, भुमरू, श्यामनेगी, काशीडांगा, सिंदरीआम, बालीडीह, बालिआम, टेरापनी आदि गांव हैं. इसी पंचायत के टेरापानी गांव में जंगली हाथियों का एक झुंड पहुंचा है. इसमें दो हाथी अलग हैं, जो इधर-उधर गांव के आस पास मंडरा रहे हैं. ऊपर से बिजली नहीं रहने से ग्रामीण दहशत में हैं. शाम ढलते ही अंधकार छा जाता है. हाथी को ग्रामीण देख भी नहीं पायेंगे. ऐसे में हादसा हो सकता है. इसए लेकर ग्रामीण भयभीत हैं. शाम होने के साथ लोग घरों में दुबक जा रहे हैं.
विभाग को दो दिनों से नहीं मिल रहा फॉल्ट
ग्रामीणों ने बताया कि कहां तार टूटा है, यह दो दिनों से बिजली विभाग के मिस्त्रियों को ढूंढने के बाद भी नहीं मिला. फॉल्ट नहीं मिलने से मरम्मत नहीं हो पा रही है. इस इलाके में जंगल से होकर बिजली के तार गुजरे हैं. कहीं कोई फॉल्ट होने से ढूंढने से नहीं मिलता है. इसका खामियाजा यहां के पंचायत वासियों को भुगतना पड़ता है. इस पंचायत में करीब दस हजार की आबादी है. ग्रामीणों ने कहा कि झाटीझरना को प्रशासन और जन प्रतिनिधियों ने उपेक्षित रखा है. ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट रहा है. जल्द जन मुद्दों को लेकर पंचायत वासी आंदोलन करेंगे.
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