चाकुलिया : खेत के कीचड़ में फंसा बच्चा हाथी, हाथियों ने तीन घंटे प्रयास कर बाहर निकाला
हथिनी और हाथी घंटों प्रयास करते रहे. कई बार उसे सूंड का सहारा देकर खड़ा करने का प्रयास किया. बच्चा कीचड़ में आगे बढ़ते ही गिर जा रहा था.
चाकुलिया. चाकुलिया वनक्षेत्र अंतर्गत जमुआ पंचायत के इंदबनी में सोमवार की सुबह हाथी का एक बच्चा खेत के बीच कीचड़ में फंंस गया. बच्चे को निकालने के लिए हाथिनी और हाथी घंटों प्रयास करते रहे. कई बार उसे सूंड का सहारा देकर खड़ा करने का प्रयास किया. बच्चा कीचड़ में आगे बढ़ते ही गिर जा रहा था. करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद हाथियों ने अपने बच्चे को कीचड़ से बाहर निकाला. उसे खींचते हुए जंगल की ओर ले गये. इस दौरान हाथी का बच्चा वन विभाग की ओर से खोदे गये ट्रेंच में गिर गया. वहां भी दो से तीन घंटे तक हाथी का बच्चा फंसा रहा. इसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी. मौके पर वन विभाग की क्विक रिस्पांस टीम पहुंची. हाथियों की उग्रता को देखकर मदद के लिए पास नहीं जा सकी. लोगों की भीड़ जुट गयी थी.
एफसीआइ गोदाम के नौ गेट तोड़ अंदर घुसे, गेहूं व चावल खाया
चाकुलिया में हाथियों का उत्पात जारी है. रविवार की रात चार हाथी चाकुलिया स्थित एफसीआइ गोदाम में घुस गये. हाथियों ने गोदाम के नौ गेट का शटर तोड़ दिया. गेहूं और चावल चट कर गये. एफसीआइ गोदाम संचालक सुशील शर्मा ने बताया कि एक महीने में 10 से 12 बार हाथियों ने गोदाम पर हमला कर नुकसान पहुंचाया गया है. पूरे 5 साल का आकलन करें, तो लगभग 100 बार हाथियों ने गोदाम को अपना निशाना बनाया है. हाथी गोदाम की दीवारों को ध्वस्त कर व दरवाजा तोड़कर गोदाम में प्रवेश कर रहे हैं.
लोधाशोली स्कूल में घुसे हाथी, खिड़की-गेट तोड़ चावल खाया
दूसरी ओर, रविवार की रात हाथियों का एक झुंड चाकुलिया-माटिहाना मार्ग स्थित लोधाशोली उत्क्रमित हाई स्कूल में घुस गया. खिड़की और दरवाजा तोड़कर मध्याह्न भोजन का चावल खा गये. प्रधानाचार्य भूदेव शंकर नायक ने बताया कि हाथी कुछ ही दिनों में तीन बार विद्यालय में घुसे हैं. तीन कमरों की खिड़कियों को तोड़कर अनाज खाया और नुकसान पहुंचाया है. हर बार चावल रखने का स्थान बदल दिया जाता है. हाथी चावल ढूंढ लेते हैं. आवेदन के बाद भी आज तक वन विभाग से मुआवजा नहीं मिला है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है