East Singhbhum News : बहरागोड़ा के किसानों के जीवन में मिठास ला रहा करेला
मानुषमुड़िया और सांड्रा पंचायत में 100 बीघा में हो रही करेला की खेती
बरसोल. बहरागोड़ा प्रखंड की मानुषमुड़िया और सांड्रा पंचायत के किसान इन दिनों करेला उत्पादन पर जोर दे रहे हैं. दोनों पंचायतों के सोनाकोड़ा, पाकलो, लोधनबनी, भादुआ और धानघोरी गांव के किसान करीब 100 बीघा में खेती कर रहे हैं. यहां से उत्पादित करेला बंगाल के झाड़ग्राम, घाटशिला, जमशेदपुर, रांची, समेत विभिन्न राज्यों में भेजा जाता है. करेले की खेती से यहां के किसानों के जीवन में मिठास आ रही है. किसानों के जीवन स्तर में बड़ा सुधार हो रहा है.
पानी खरीदकर खेती करते हैं छोटे किसान
यहां के किसानों का कहना है कि हमें सरकारी स्तर पर खेती के लिए सुविधाएं नहीं मिलती हैं. कुछ किसानों ने अपने खेत में निजी खर्च से पंप बोरिंग करायी है. छोटे किसान पानी खरीद कर खेती करते हैं. धानघोरी गांव के रोहित मुर्मू, राम रंजन मुर्मू, धीरू मुर्मू तथा सोनाकड़ा गांव के किसान मनसा नायक, गौरांग नायक, अमृत नायक, दिनेश नायक, दीप्ति नायक, विप्लब नायक, देवेन नायक, बालक नायक,अजीत नायक, कल्पना नायक, झाड़ेश्वर नायक तथा लोधनवाणी गांव के सपन महतो, राखाल महतो, पवन महतो ने करीब पांच एकड़ में करेला की खेती की है.एक एकड़ में 50-60 हजार खर्च, डेढ़ लाख तक कमाई
किसानों ने बताया कि मार्च महीना से करेले की तोड़ाई शुरू हो जायेगी. एक एकड़ में करेला की खेती करने में करीब 50 से 60 हजार रुपये का खर्च आया है. फसल अच्छी हुई और उचित कीमत मिली, तो डेढ़ लाख रुपये में करेला की बिक्री होगी. किसानों ने कहा कि अगर सरकार सब्जी उगाने वालों पर ध्यान देगी, तो सालों भर सब्जी समेत अन्य फसलों की खेती कर स्वावलंबी बन सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है