धालभूमगढ़ : नशा से दूरी, पहाड़ों की रक्षा व पौधरोपण पर जोर दे समाज
द ऑल इंडिया चेमेत आसड़ा ने मनायी रघुनाथ मुर्मू की जयंती, सभ्यता-संस्कृति और परंपरा को बचाकर स्वयं को विलुप्त होने से बचायें, रघुनाथ मुर्मू के बताये मार्ग पर चलें, शिक्षित समाज का भविष्य उज्ज्वल
धालभूमगढ़. धालभूमगढ़ स्थित द ऑल इंडिया सरना धर्म चेमेत आसड़ा के मुख्यालय झोराडीह में पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती मनायी गयी. इसकी अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष शंभू मुर्मू ने की. मुख्य अतिथि पद्मश्री चामी मुर्मू और फिल्म निर्माता संतोष सरस उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत नायके अंपा मुर्मू ने पंडित रघुनाथ मुर्मू और धर्मगुरु बाबा बानाव मुर्मू की तस्वीर पर माल्यार्पण और पारंपरिक पूजा कर की. पद्मश्री चामी मुर्मू ने कहा कि सभ्यता-संस्कृति और परंपरा को बचाकर स्वयं को विलुप्त होने से बचायें. इसके लिए पंडित रघुनाथ मुर्मू जैसे लोगों के बताये मार्ग पर चलने की जरूरत है. शिक्षा को अपनायें. शिक्षित समाज का ही भविष्य उज्ज्वल होता है. उन्होंने लोगों से नशा पान से दूर रहने, पहाड़ों को उजाड़ने से बचाने तथा अधिक से अधिक पौधरोपण की बात कही. संतोष सरस ने ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला. समाज को जागरूक और शिक्षित करने की बात की. मौके पर कानू राम टुडू, बुढान सोरेन, दसमत हांसदा, जीतराय टुडू, राजाराम टुडू, मंगल हेंब्रम समेत झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के पुरुष और महिलाएं उपस्थित थे.
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