घाटशिला. कोलकाता के बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संग्रहालय में 13 व 14 नवंबर को पिछड़े बच्चों के लिए दो दिवसीय विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी लगी. इसमें घाटशिला के दामपाड़ा क्षेत्र की आरडीए और टीडीएच कोलकाता संस्था के आदिवासी बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया. शिक्षा सहायता केंद्र के 10वीं और 11वीं कक्षा के चार बच्चों मुनी मार्डी, पीयूष दास, गोपीनाथ हांसदा और विकास दास ने प्रदर्शनी में भाग लिया. विज्ञान मॉडल का विषय एकीकृत प्राकृतिक खेती प्रणाली (इंटेग्रटेड नेचुरल फॉर्मिंग सिस्टम) और दूसरा मॉडल पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली (एको-फ्रेंडली लाइफ स्टाइल) था. प्रदर्शनी में पश्चिम बंगाल और झारखंड से 20 स्कूलों और संस्थाओं के 60 बच्चों ने भाग लिया. दामपाड़ा के बच्चों ने एकीकृत प्राकृतिक खेती प्रणाली मॉडल में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर घाटशिला का नाम रोशन किया. आरडीए संस्था के शिक्षक श्याम किशोर बक्शी, ब्रजेश हांसदा, प्रदीप दास, चिरंजीत नमाता, माणिक दास और संस्था कर्मी कौशिक दास, तपन दास, परियोजना प्रबंधक सुजय भट्टाचार्य ने बच्चों को विज्ञान मॉडल बनाने में उत्साहित और गाइड किया.
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