मुसाबनी. एचसीएल (हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड) की सुरदा खदान के संचालन का ठेका लेने वाली कंपनी आरके अर्थ 5 फरवरी, 2025 से जिम्मेदारी संभालेगी. इसे लेकर मंगलवार को ठेका कंपनी प्रबंधन ने एचसीएल प्रबंधन और मजदूर यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ सुरदा सॉफ्ट थ्री में बैठक की. बैठक में आइसीसी के इकाई प्रमुख सह इडी श्यामसुंदर सेठी, डीजीएम डीके श्रीवास्तव, सुरदा माइंस मैनेजर डीजे सोम, एचआर अर्जुन लोहरा, ठेका कंपनी प्रोजेक्ट इंचार्ज आर यादव, एचआर संजय कुमार, झारखंड खान मजदूर यूनियन के प्रतिनिधि बुढ़ान सोरेन, अभिजीत चटर्जी, सोबरा हेंब्रम, झारखंड कॉपर माइंस वर्कर्स यूनियन के शमशेर खान, गुरदास मुर्मू, झारखंड श्रमिक संघ के किसुन सोरेन, सपन सिमली शामिल थे.
मजदूर यूनियन के प्रतिनिधियों ने ठेका कंपनी प्रबंधन से सुरदा माइंस के मजदूरों की समस्याओं को रखा. उनके समाधान की मांग की. मजदूर नेताओं ने सुरदा माइंस के सभी 823 ठेका मजदूरों के नाम कंपनी के बी रजिस्टर में दर्ज करने, मजदूरों को नियमित रोजगार देने, स्किल का काम करने वाले सेमी स्किल मजदूरों को स्किल का डेजिग्नेशन देने, वेतन पर्ची देने और छुट्टी की मांगें रखी.10 दिनों में रजिस्टर बी में दर्ज होंगे मजदूरों के नाम
वार्ता में ठेका कंपनी के प्रतिनिधियों ने कहा कि फिलहाल सुरदा माइंस में 550 से 600 मजदूरों को रोटेशन के आधार पर रोजगार दिया जायेगा. एक से डेढ़ महीने में 823 मजदूरों को नियमित रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा. स्किल का काम करने वाले सभी सेमी स्किल लेबर को पदोन्नति देकर स्किल का डेजिग्नेशन दिया जायेगा. 10 दिनों के अंदर मजदूरों का नाम बी रजिस्टर में दर्ज कर दिया जायेगा. छुट्टी का जो प्रावधान है, मजदूरों को मिलेगा. ठेका कंपनी ने सुरदा माइंस के संचालन के लिए एक से डेढ़ माह सहयोग करने की अपील की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है