गालूडीह. घाटशिला प्रखंड के हेंदलजुड़ी में 25 एकड़ भूमि पर राज्य का पहला ट्राइबल विश्वविद्यालय खुलना है. अबतक कुलपति की पदस्थापना नहीं होने से देर हो रहा है. राज्य सरकार ने विगत दिनों 129 पदों की स्वीकृति दी थी. कुलपति के लिए तीन नाम राज्यपाल के पास भेज दिए गये हैं. अबतक कुलपति के पदस्थापना नहीं होने से काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है. झारखंड के उच्च तकनीकी शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि अब नयी सरकार बनेगी, तो इस दिशा में प्रक्रिया को और तेज किया जायेगा. विदित हो कि राज्य के पहले जनजातीय विश्वविद्यालय के लिए राज्य सरकार ने कुलपति, प्रति कुलपति, वित्त परामर्श, रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, वित्त पदाधिकारी और कर्मचारियों समेत कुल 129 पदों की स्वीकृति दी है. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है.
ज्ञात हो कि हेंदलजुड़ी में ट्राइबल विवि के लिए विधायक रामदास सोरेन ने काफी प्रयास किया. उपलब्ध सरकारी जमीन की मापी करा कर राज्य को रिपोर्ट भेजवायी. विवि के लिए जितनी जमीन चाहिए, यहां उपलब्ध है. घाटशिला के सीओ रिपोर्ट बनाकर राज्य को भेज चुके हैं.
ग्रामीणों ने कंपनियों को जमीन नहीं देने दिया था
हेंदलजुड़ी ग्राम सभा के दुलाल चंद्र हांसदा, अशोक महतो, दुर्लभ सोरेन, निखिल महतो, सामू टुडू, मिर्जा हांसदा आदि ने कहा कि हेंदलजुड़ी के डांगाटांड़ में 36 एकड़ सरकारी भूखंड है. उक्त जमीन पहले सरकार दे विभिन्न कंपनियों को लीज पर दे रही थी. वहां ग्राम सभा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विरोध किया था. ग्रामीणों की मांग थी कि यहां स्कूल, कॉलेज या अस्पताल खोला जाये. ट्राइबल विश्वविद्यालय को स्वीकृति मिलने पर हम लोगों ने ग्राम सभा कर विधायक के समक्ष प्रस्ताव रखा था.
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