Loading election data...

बहरागोड़ा : गांव का एकमात्र चापाकल तीन माह से खराब, दूसरे टोला से पानी ला रहे ग्रामीण

भीषण गर्मी के बीच पारुलिया गांव में जल संकट, प्रदर्शन

By Prabhat Khabar News Desk | April 24, 2024 11:37 PM

बहरागोड़ा.

बहरागोड़ा प्रखंड की साकरा पंचायत अंतर्गत पारुलिया गांव में पेयजल का गंभीर संकट है. भीषण गर्मी में पानी के लिए लोग इधर-उधर भटक रहे हैं. बुधवार को लोगों ने पानी के लिए बाल्टी व बर्तन के साथ प्रदर्शन कर विरोध जताया. गांव में लगभग 30 परिवार रहते हैं. भू-गर्भ का जलस्तर नीचे चले जाने से सोलर पंप काम नहीं कर रहा है. गांव का एकमात्र चापाकल विगत तीन महीने से खराब पड़ा है. लोग दूसरे टोला में जाकर पानी ला रहे हैं. लोगों का कहना है कि सुबह उठते ही पानी की जरूरत होती है. रात को पानी की जरूरत होती है. चिलचिलाती धूप के कारण लोग पानी के लिए परेशान होते हैं. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि यहां एक नया चापाकल गाड़ा जाये. कई बार क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व विभाग को अवगत कराया गया है. अभी तक इस दिशा में किसी प्रकार की पहल नहीं हुई है.

बरसोल : ट्रांसफॉर्मर खराब, 40 घरों में बिजली व पानी का संकट

बरसोल.

बहरागोड़ा प्रखंड की मानुषमुड़िया पंचायत अंतर्गत धानघोरी सड़कडीही टोला में बुधवार को अचानक 25 केवी का ट्रांसफॉर्मर नीचे गिर गया. इससे गांव के 40 घरों में बिजली गुल हो गयी. ग्रामीण नंदलाल पातर, विनंद पातर, कृष्ण पातर, जगन्नाथ मुर्मू, सुकरा पातर, सुशील पातर, सनातन सोरेन, बारसा टुडु, मंगल सोरेन, गोपाल हेंब्रम, परमा पातर आदि ने बताया कि गांव में 40 परिवार हैं. बुधवार सुबह से किसी घर में बिजली नहीं है. इस बारे में मुखिया राम मुर्मू को सूचित किया है. मुखिया ने संबंधित पदाधिकारी को अवगत कराया है. बताया गया कि जल्द ट्रांसफॉर्मर को उठाकर बिजली सुचारू रूप से चालू कर दिया जायेगा. समाचार लिखे जाने तक बिजली विभाग से ट्रांसफॉर्मर को दुरुस्त करने के लिए कोई आया नहीं था.

गांव में अक्सर घुस जाते हैं हाथी, लोग भयभीत

बताया गया कि उक्त गांव जंगल के पास है. इसके कारण अक्सर गांव में जंगली हाथी घुस जाते हैं. गांव में अंधकार रहने से ग्रामीण काफी भयभीत हैं. गांव के ट्रांसफॉर्मर गिर जाने से गांव में लगी डीप बोरिंग काम करना बंद कर दिया है. पेयजल की घोर समस्या उत्पन्न हो गयी है. ग्रामीणों ने कहा कि ग्रामीण इस डीप बोरिंग से पीने के लिए पानी लेते थे, परंतु बिजली नहीं होने से बोरिंग ठप है. ग्रामीणों को गांव का पुराना कुआं से पानी पीना पड़ रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version