चार अगस्त तक 29 विस्थापितों की नियुक्ति होगी : सचिव
यूसिल प्रबंधन से वार्ता के बाद बांदुहुड़ांग माइंस का काम शुरू
प्रतिनिधि, नरवा
बांदुहुड़ांग केरवा डुंगरी विस्थापित व प्रभावित संयुक्त समिति के बैनर तले 11 जून से चल रहा धरना प्रदर्शन 18 जून की देर रात एसडीओ पारूल सिंह के नेतृत्व में त्रिपक्षीय वार्ता के बाद समाप्त हो गया. इसके बाद बांदुहुड़ांग ओपन कास्ट माइंस का काम 19 जून (बुधवार ) से शुरू हो गया. समिति के सचिव दीपक पड़िया ने बताया कि वार्ता में चार अगस्त तक डेथ केस के 07 विस्थापितों व फ्रेश विस्थापितों में 22 का नियोजन यूसिल प्रबंधन द्वारा किया जायेगा. वहीं, प्रत्येक वर्ष तीन-तीन विस्थापितों का नियोजन करने की हामी भरी. उन्होंने बताया कि देर रात वार्ता के बाद सादे कागज पर लिखकर आश्वासन दिया गया था. वहीं, कंपनी के पेपर पर 19 की सुबह विस्थापित समिति के प्रतिनिधि को पुन: लिख कर दिए जाने की बात कही गयी.हमारा आंदोलन आंशिक सफल रहा
समिति के सचिव दीपक पड़िया ने कहा कि वैसे तो हमारा आंदोलन आंशिक सफल रहा. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों में डेथ केस को अविलंब पूरा करने की मांग रखी गयी थी. वर्ष 2004-5 के बचे हुए विस्थापितों को यूसिल में नियुक्ति देने, विस्थापितों को पुनर्वास व स्वास्थ्य कारणों से नौकरी से बेदखल किये गये कर्मियों के आश्रितों की नियुक्त की मांग रखी गयी थी. जिसमें दबाव के कारण ठीक से चर्चा भी नहीं हो पायी. उन्होंने कहा कि जो भी हो विस्थापितों की नियुक्ति शुरू हो.रात्रि के समय भारी मात्रा में उतारी गयी थी पुलिस
समिति की अध्यक्ष माया हेंब्रम ने बताया कि वार्ता के पूर्व देर रात भारी मात्रा में पुलिस बल उतारा गया था. उसके बाद मैडम ने वर्तमान में वार्ता जल्द कर आंदोलन समाप्त करने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि काफी दिनों से आंदोलन के कारण काम ठप है, इसके बाद बांदुहुड़ांग-केरवा डुंगरी विस्थापित, प्रभावित संयुक्त समिति के प्रतिनिधि व विस्थापितों के साथ प्रबंधन की वार्ता हुई. वार्ता के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया.वार्ता में ये थे मौजूद
वार्ता में प्रशासन की ओर से एसडीओ पारूल सिंह, बीडीओ जमशेदपुर सुधा वर्मा, यूसिल की प्रबंधन की ओर से राकेश कुमार, संजीव रंजन, गिरीश गुप्ता तथा विस्थापित समिति की अध्यक्ष रूकमणि हो व सचिव दीपक पाड़ेया सहित विस्थापित परिवार के सदस्य.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है