घाटशिला : बांग्ला शिक्षकों की कमी मुद्दे पर सीएम से मिलेगी समिति
बांग्ला भाषा उन्नयन समिति के साथ डीएसइ ने की बैठक
घाटशिला. पूर्वी सिंहभूम के जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसइ) ने बुधवार को बांग्ला भाषा उन्नयन समिति के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की. मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा देने समेत अन्य मांगों पर चर्चा हुई. पूर्व में समिति ने डीएसइ को आवेदन सौंपा था. जिला शिक्षा पदाधिकारी और संबंधित पदाधिकारी को बैठक में विभिन्न जानकारी दी गयी. समिति ने समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष दो दिनों के अंदर मामले को रखने की बात कही. बैठक में पूछा गया कि बांग्ला भाषी विद्यार्थियों की संख्या और विद्यार्थियों के आधार पर कितने बांग्ला शिक्षकों का नये पद सृजन का प्रस्ताव है. इसपर बताया गया कि प्रथम से पंचम वर्ग तक के प्रत्येक कक्षाओं में कम से कम 10 विधार्थी संबंधित भाषा के होने चाहिए, तब जाकर उस भाषा के विद्यालय में शिक्षक का एक पद सृजन होगा. किसी भी वर्ग में विद्यार्थी 10 से 9 होंगे, तो संकल्प के आधार पर शिक्षक का पद सृजन संभव नहीं है. भाषायी शिक्षक पद का सृजन संभव नहीं हो पा रहा है. लगभग 1600 विद्यार्थी होने के बावजूद बांग्ला भाषा के शिक्षक लगभग 81 और दूसरी जनजातीय भाषा के शिक्षकों की संख्या कम है. प्रतिनिधिमंडल में तापस चटर्जी, करुणामय मंडल, तरुण दे, पंकज वैद्य नीता सरकार, मधुमिता बनर्जी, अनिमेष राय, प्रणव बाराट, सुभाष सिंहराय, पीयूष पाल, कमल चक्रबर्ती, नारायण जोवरदार,अंगशू मुखर्जी, सुब्रत चौधरी, देवजीत गांगुली, अपूर्वा राय, साधुचरण पाल, जहर रक्षित, बबलू सरकार, पार्थ राय, जय चक्रवर्ती , सोमनाथ घोष, भास्कर मंडल, मुनीराम बास्के शामिल थे.
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