Ghatshila News : डुमरिया में धान की बंपर पैदावार, 16-17 रुपये किलो बेचने को विवश किसान

अबतक धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से निराश हैं किसान, ज्यादातर किसानों के पास अनाज रखने की जगह नहीं

By Prabhat Khabar News Desk | November 28, 2024 12:18 AM

डुमरिया. डुमरिया प्रखंड में इस बार धान की बंपर पैदावार हुई है. इससे प्रखंड के किसान काफी खुश हैं. हालांकि, धान का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण परेशान हैं. पहले की तरह अब किसान खलिहान नहीं बनाते हैं. खेत में धान को मशीन से कटवा कर सीधे घर ले आते हैं. कई किसानों के घर में अनाज रखने की जगह नहीं हैं. ऐसे में जल्दबाजी में धान बेचना मजबूरी है. उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पाता है. डुमरिया प्रखंड की 10 पंचायतों में पिछली बार डुमरिया, बाकुलचंदा, खड़िदा, खैरबनी, बड़ाबोतला व नरसिंहबहाल लैंपस में धान की खरीद किसानों से की थी. इसमें कुछ लैंपस में नाम मात्र किसानों से धान खरीदे थे. पिछली बार धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2183 रुपये और बोनस 117 रुपये, यानी कुल मूल्य बोनस के साथ 2200 रुपये प्रति क्विंटल था. इस साल अभी तक विभाग की ओर से धान अधिप्राप्ति केंद्र नहीं खोला गया हैं. किसान 1600-1700 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचने के लिए विवश हैं.

नियमों में उलझाकर किसान को किया जाता है परेशान

धान क्रय में लैंपस में मनमानी की जाती है. नमी के नाम पर अंत तक प्रति क्विंटल 5 किलो काटा जाता है. रसीद में उसे दर्शाया नहीं जाता है. किसानों को सही जानकारी भी नहीं दी जाती है. अधिकतर समय गोदाम को जाम रखा जाता है. किसानों को मिल तक धान पहुंचाने को कहा जाता है. किसानों को नियमों में उलझा दिया जाता है. इससे अधिकतर किसान परेशान होकर लैंपस में धान बेचने की उम्मीद छोड़ देते हैं. अधिकतर व्यापारी ही किसान के नाम पर लैंपस में धान देते हैं. विभाग की ओर से लगातार निगरानी नहीं होने के कारण सभी पंजीकृत किसानों को लाभ नहीं मिल पाता है. यह दिखाया जाता है कि प्रखंड में भारी मात्रा में धान खरीदी गयी.

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