गालूडीह. माझी पारगना महाल के घाटशिला प्रखंड अध्यक्ष सह देश विचार सचिव बहादुर सोरेन की अध्यक्षता में गुरुवार को कीताडीह हुलगारिया मैदान में बैठक हुई. इसमें आगामी 24 दिसंबर को आयोजित 29वां ग्राम सभा स्थापना दिवस कार्यक्रम को सफल बनाने का निर्णय लिया गया. बहादुर सोरेन ने कहा भूरिया कमेटी की सिफारिश पर 24 दिसंबर, 1996 को पेसा कानून पारित हुआ था. कानून के तहत ग्रामसभा के माध्यम से आदिवासी समाज अपनी सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं न्यायिक व्यवस्था संबंधी कार्य स्वयं कर सकते हैं. आदिवासी, मूलवासी के अधिकार, संस्कृति, परंपरा व अस्तित्व के संरक्षण के लिए कई कानून आजादी के पहले से मौजूद हैं. इसके बावजूद आदिवासियों के अस्तित्व संकट में है. सभी को एकजुट व जागरूक होने की जरूरत है, ताकि सरकार को जनपक्षीय बनाया जा सके. सिदो-कान्हू हुलगारिया मैदान कीताडीह में 24 दिसंबर की सुबह 10 बजे से शहीद महापुरुषों को याद किया जायेगा. ग्राम सभा को लागू कराने में संघर्ष करने वाले शहीद परिवारों को सम्मानित किया जायेगा. बैठक में कहा गया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्कूली शिक्षा, साक्षरता और निबंधन मंत्री रामदास सोरेन शामिल होंगे. बैठक में महाल के महा सचिव सुधीर कुमार सोरेन, रतन टुडू, श्याम सोरेन, विक्रम मार्डी, दशरथ हेंब्रम, गौर सिंह, कालीपद सोरेन आदि ग्रामीण उपस्थित थे.
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