East Singhbhum : मुसाबनी के गायघाटा की चांदी सबर एक माह से खटिया पर
सितुमपाल टोला के आदिम जनजाति के सबर परिवार बदहाल
मुसाबनी. मुसाबनी प्रखंड के पारुलिया में शंख नदी तट पर स्थित सितुमपाल टोला के आदिम जनजाति के सबर परिवार बदहाली की जिंदगी जी रहे हैं. टोला में करीब डेढ़ दर्जन सबर परिवार हैं. टोला तक आवागमन के लिए सड़क नहीं है. सबर खेत की मेढ़ से होकर आवागमन करते हैं. टोला के सबरों को सरकारी चिकित्सा व्यवस्था का लाभ नहीं मिलता है. गायघाटा टोला की चांदी सबर बीमार है. उसका इलाज स्थानीय चिकित्सक से घर पर परिवार वाले करा रहे हैं. चांदी सबर के परिवार को अबतक आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. उसका परिवार फूस की झोपड़ी पर प्लास्टिक टांग कर रह रहा है. परिवार में बेटा अशोक सबर, पुत्रवधू बेहुला सबर के साथ लखन सबर व लोबिन सबर हैं. परिवार वालों के मुताबिक, चांदी सबर एक माह से बीमार है. उसका इलाज स्थानीय डॉक्टर से कराया जा रहा है. झोपड़ी के पास खटिया पर चांदी सबर को लेटाकर एक लकड़ी पर बोतल टांग कर सेलाइन चढ़ाया जा रहा है. सोमवार की सुबह चिकित्सक आकर उसे इंजेक्शन लगाकर सेलाइन चला कर गया. सेलाइन खत्म होने पर खोल देने की बात कही है. चांदी सबर चलने-फिरने में असमर्थ है. उसकी हालत नाजुक है. अशोक सबर ट्रैक्टर पर मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है.
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